हो इक शहर ऐसा जहां,
तेरे मेरे सिवा कोई ओर न हो...
न शोर हो न हो हलचल कोई,
इस जमाने का जहां कोई जोर न हो...
कुछ सितारे हो, हो इक चांद जहां,
जहां सूरज इतना मगरुर न हो...
जहां तितलियों का बसेरा हो आस-पास,
जहां रूठने, बिछड़ने का दस्तूर न हो...
हो थोड़ी सी चांदनी बस जहां,
जहां दिल बार बार टूटने को मजबूर न हो..!
✤ Ꭻᴏɪɴ ➛ @Khamoshiya
तेरे मेरे सिवा कोई ओर न हो...
न शोर हो न हो हलचल कोई,
इस जमाने का जहां कोई जोर न हो...
कुछ सितारे हो, हो इक चांद जहां,
जहां सूरज इतना मगरुर न हो...
जहां तितलियों का बसेरा हो आस-पास,
जहां रूठने, बिछड़ने का दस्तूर न हो...
हो थोड़ी सी चांदनी बस जहां,
जहां दिल बार बार टूटने को मजबूर न हो..!
✤ Ꭻᴏɪɴ ➛ @Khamoshiya