मुझे जीवन में शुरू से ही अपना कोई बड़ा Brand खड़ा करने का शौक था (आज भी Dream है);, लेकिन जब मैं बेरोजगार था , साला कोई इज्ज़त ही नहीं करता था 😢 इज्ज़त मतलब सरकारी नौकरी या बहुत सारा पैसा और खुद के माँ बाप से भी बोलो की Business करना है तो बोलेंगे की दुकान पर बैठना है?....थक हार कर Last में एक ही Option था चलो पढ़-लिख के एक नौकरी ले लेता हूँ क्योंकि दोस्त के पास गया तो वो भी नौकरी के लिए ही पढ़ाई कर रहे थे। ऊपर से सबसे बुरा तब महसूस हुआ जब Relative के Selection के बाद मुझे मेरे घर और Relatives से सहानभूति और साथ में ताने मिल रहे थे। यही सब कारण से एक पहचान बनाने के लिए नौकरी निकालना पड़ा , नहीं तो आज भी मैं साफ़ बोलता हूँ की नौकरी ठीक है घर परिवार और Life settle हो जाता है लेकिन नौकरी ही भगवान या एकमात्र विकल्प नहीं है , मिला तो भी ठीक , नहीं मिला तो भी ठीक। लेकिन ये याद रखना हमारा दोष नहीं है हमारी Society या हमारा Education System ही ऐसा है कि हमलोग खुद को Explore नहीं कर पा रहे। नहीं तो इस दुनिया में opportunity की कमी नहीं है भाई। 😢
@dumraontv