(पूर्व पोस्ट का उत्तर...)
(C) दोनों समान रूप से शक्तिशाली हैं
• स्पष्टीकरण :
यह प्रश्न सनातन धर्म की एक महत्वपूर्ण अवधारणा को उजागर करता है - दोनों शिव और विष्णु शक्तिशाली हैं, लेकिन उन्हें एक दूसरे से श्रेष्ठ नहीं माना जाता। शिव और विष्णु दोनों ही ब्रह्मांड के महत्वपूर्ण देवता हैं, और उनकी शक्तियाँ अलग-अलग रूपों में प्रकट होती हैं।
🕉️ शिव : संहार के देवता, उनकी शक्ति विनाशकारी और रूपांतकारी है। वे ब्रह्मांड को नष्ट करने और नवीनीकृत करने में सक्षम हैं।
🕉️ विष्णु : पालन के देवता, उनकी शक्ति संरक्षण और रक्षा करने वाली है। वे ब्रह्मांड को बनाए रखने और रक्षा करने में सक्षम हैं।
यह कहना कि कौन "बड़ा" या "मजबूत" है, सनातन धर्म की अवधारणा के विपरीत है। दोनों देवता अपने-अपने क्षेत्रों में सर्वोच्च शक्तिशाली हैं।
यह महत्वपूर्ण है कि सनातन धर्म में शक्ति को केवल भौतिक बल के रूप में नहीं देखा जाता। शिव की विनाशकारी शक्ति और विष्णु की पालन शक्ति दोनों ही ब्रह्मांड के संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
🕉️ ॐ नमः शिवाय 🙏
🕉️ ॐ नमो नारायणाय 🙏
🕉️ ॐ हरिहराय नमः 🙏
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(C) दोनों समान रूप से शक्तिशाली हैं
• स्पष्टीकरण :
यह प्रश्न सनातन धर्म की एक महत्वपूर्ण अवधारणा को उजागर करता है - दोनों शिव और विष्णु शक्तिशाली हैं, लेकिन उन्हें एक दूसरे से श्रेष्ठ नहीं माना जाता। शिव और विष्णु दोनों ही ब्रह्मांड के महत्वपूर्ण देवता हैं, और उनकी शक्तियाँ अलग-अलग रूपों में प्रकट होती हैं।
🕉️ शिव : संहार के देवता, उनकी शक्ति विनाशकारी और रूपांतकारी है। वे ब्रह्मांड को नष्ट करने और नवीनीकृत करने में सक्षम हैं।
🕉️ विष्णु : पालन के देवता, उनकी शक्ति संरक्षण और रक्षा करने वाली है। वे ब्रह्मांड को बनाए रखने और रक्षा करने में सक्षम हैं।
यह कहना कि कौन "बड़ा" या "मजबूत" है, सनातन धर्म की अवधारणा के विपरीत है। दोनों देवता अपने-अपने क्षेत्रों में सर्वोच्च शक्तिशाली हैं।
यह महत्वपूर्ण है कि सनातन धर्म में शक्ति को केवल भौतिक बल के रूप में नहीं देखा जाता। शिव की विनाशकारी शक्ति और विष्णु की पालन शक्ति दोनों ही ब्रह्मांड के संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
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