RAS Exam Primium


Channel's geo and language: India, Hindi
Category: Education


राजस्थान का सबसे बड़ा व सबसे पुराना चैनल
Official #Rajasthan #RASExam

#RAS
#REET
#RPSC
#Lecturer
#Patwar
#RSMSSB
#LDC
#police
#RSSB
#Teacher
#GramSevak
#पटवारी
#RajasthanGK
#FirstGrade
#SecondGrade
#raspre
#rasmains
#ACF
Admin 👉 @RAS_Exam_bot

Related channels

Channel's geo and language
India, Hindi
Category
Education
Statistics
Posts filter


राजस्थान की प्रमुख महिला व्यक्तित्व

🔷 लक्ष्मी कुमारी चुण्डावत

▪️ इन्हे रानी जी नाम से भी जाना जाता है । इनका जन्म 1916 में मेवाड़ के देवगढ़ ठिकाने में हुआ। इनका विवाह रावतसर के तेजसिंह के साथ हुआ। इनका कला, साहित्य व संस्कृति में विशेष योगदान रहा है ।
▪️ इन्होने अपने जीवनकाल में 35 पुस्तकों का प्रणयन (विमोचन) किया जिनमें प्रमुख पाबूजी री वातां, हुँकार दो सा, टाबरां री वातां, लव स्टोरी ऑफ राजस्थान, अमलोक वातां, मूमल, के रे चकवा बात आदि प्रमुख है ।

▪️ इनका राजनैतिक क्षेत्र में 11 वर्ष तक राज्य विधान सभा सदस्य तथा 1972 से 1978 तक राज्य सभा सदस्य के रूप में बनी रही ।

▪️नोट :- लक्ष्मी कुमारी चुण्डावत ने 1978 में न्यूयॉर्क में आयोजित निःशस्त्रीकरण सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

🔷 नारायणी देवी वर्मा

▪️ इनका जन्म 1902 में मध्यप्रदेश में हुआ। इनका विवाह माणिक्य लाल वर्मा के साथ हुआ । माणिक्य लाल वर्मा बिजौलिया ठिकाने में नौकरी करते थे ।

▪️ सन् 1934 में खाण्डलाई आश्रम डूंगरपुर में स्थापित किया ।

▪️ सन् 1939 में इन्होने मेवाड़ प्रजामण्डल में सक्रिय रूप से भाग लिया । इनको गिरफ्तार कर लिया गया । इन्होने 6 माह से अधिक अपनी पुत्री स्नेहलता वर्मा के साथ जेल में बिताये ।

▪️ सन् 1943 में इन्होने भीलवाड़ा में एक महिला आश्रम स्थापित किया । 12 मार्च 1947 को इनका निधन हो गया ।

🔷 रत्ना शास्त्री

▪️ इनका जन्म 1912 में मध्यप्रदेश में हुआ। इनका विवाह हीरा लाल शास्त्री के साथ हुआ । इनकी प्रारम्भिक शिक्षा – रतलाम में हुई ।

▪️ इन्होने जयपुर प्रजामण्डल में सक्रिय भूमिका अदा की ।

नोट :- इन्होने बिहार के प्रसिद्ध क्रान्तिकारी जगलाल चौधरी को शरण प्रदान की थी ।

▪️ स्वतन्त्रता के उपरान्त इन्हे पद्मश्री, पदम् विभूषण तथा जमना लाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।

▪️ इन्होने अपनी पुत्री शान्ता बाई की मृत्यु पर शान्ता बाई जीवन कुटीर नामक संस्था की स्थापना की इसे वर्तमान में वनस्थली विद्यापीठ (टोंक) के नाम से जाना जाता है ।

🔷 झलकारी बाई

▪️ राजस्थान का कोली समाज की बालिका ने सन् 1857 की क्रान्ति के समय रानी लक्ष्मी बाई के स्थान पर उसका वेश धारण करके युद्ध किया ।

🔷 हाड़ी रानी जसवन्त दे

▪️ जोधपुर शासक जसवन्त सिंह की पत्नी हाड़ी रानी जसवन्त दे ने जब राजा जसवन्त सिंह धरमत के युद्ध में घायल होकर लौटे तो उनकी पत्नी जसवन्त दे ने दुर्ग के दरवाजे नही खोले । जसवन्त सिंह द्वारा यह कहने पर कि हम विजयी होकर लोटे है इसी के उपरान्त रानी ने दरवाजे खोले तथा जसवन्त दे ने जसवन्त सिंह को चांदी के बर्तनों के स्थान पर लकड़ी के बर्तनों में भोजन कराया। जसवन्त दे का कथन है कि “राजपूत युद्ध में या तो विजयी होकर लौटते है, या मरकर” ।

🔷 धीर बाई

▪️ जैसलमेर के भाटी राजवंश की पुत्री धीर बाई जिसे इतिहास में भटीयाणी रानी के नाम से जाना जाता है के विवाह मेवाड़ के शासक उदय सिंह के साथ हुआ था । उदय सिंह ने अपनी इसी रानी के प्रभाव में आकर महाराणा प्रताप के स्थान पर जगमाल को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया ।

🔷 हाड़ी रानी

▪️ इसका मूल नाम सलह कंवर था । इनका जन्म बूंदी के जागीरदार संग्रामसिंह के घर में हुआ तथा इनका विवाह सलुम्बर के ठाकुर रतन सिंह चुण्डावत से हुआ । रतन सिंह मेवाड के तत्कालीन शासक राजसिंह की सेना में थे, जब औरंगजेब की सेना द्वारा मेवाड़ पर आक्रमण का खतरा मंडरा रहा था ऐसे समय में राजसिंह ने रतन सिंह को बुलावा भेजा ।

▪️ हाड़ी रानी ने युद्ध भूमि में जाते समय रतन सिंह चुण्डावत द्वारा निशानी मांगे जाने पर अपना शीश काटकर दे दिया था ।

🔷 नोट :- मेघराज मुकूल ने हाड़ीरानी पर “सेनाणी” नामक कविता लिखी है । जिसका शीर्षक है “चुण्डावत मांगी सेनाणी, सिर काट दियो क्षत्राणी”

🔷 गुलाब राय

▪️ जोधपुर महाराजा विजय सिंह की पासवान रानी गुलाबराय को कविराज श्यामल दास ने अपने ग्रन्थ “वीर विनोद” में “मारवाड़ की नूरजहाँ” नाम से संबोधित किया है ।

🔷 इन्दुमति गोयनका

▪️यह राजस्थान की मूल निवासी है, वर्तमान में कलकत्ता में है ।

▪️ सन् 1930 में सविनय अवज्ञा आन्दोलन के दौरान गिरफ्तार होने वाली राजस्थान की प्रथम महिला है, इन्हे बंगाल से गिरफ्तार किया गया था ।

🔷 यशोदा देवी

▪️ यह राजस्थान विधानसभा की प्रथम महिला सदस्य है । सन् 1953 में बांसवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के दौरान विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुई

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


राजस्थान के प्रमुख जलप्रपात🔰

▪️भील बेरी जलप्रपात-बांडी के उद्गम स्थल के पास- फुलाद व जोजावर के बीच(पाली)

▪️चूलिया -चंबल नदी- चित्तौड़गढ़

▪️मेनाल -मेनाल नदी- भीलवाड़ा

▪️भीमलत -मांगली नदी -बूंदी

▪️दिर- मुकुंद नदी- भरतपुर

▪️दमोह जलप्रपात -बाड़ी,धौलपुर

▪️अरणा- झरना- शुष्क क जलप्रपात ,जोधपुर

▪️बेरी गंगा झरना- मंडोर, जोधपुर

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


Computor 2023 Answer Key And Question Paper.pdf
5.1Mb
राजस्थान संगणक भर्ती परीक्षा 2023

ऑफिशियल आंसर की और क्वेश्चन पेपर जारी

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


🔶 सरस्वती विशेष 🔰

▪️सरस्वती माता का मंदिर - पिलानी (झुंझुनूं)

▪️सरस्वती पुरस्कालय - फतेहपुर सीकरी

▪️सरस्वती नदी (प्राचीन नाम- घग्घर नदी) हनुमानगढ़

▪️सरस्वती माता का वाहन- हंस

▪️स्वामी दयानंद सरस्वती - आर्य समाज के संस्थापक

▪️सरस्वती भंडार चित्रकला संग्रहालय- उदयपुर

▪️सरस्वती तेल क्षेत्र - बाड़मेर

▪️राजस्थान में सरस्वती परियोजना प्रारंभ करने वाली एंजेसी - वेदांता समूह परियोजना


╭─❀⊰╯टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW
╨───────────────────━❥


1. कुचामनी ख्याल
▪️नागौर क्षेत्र की लोकप्रिय ख्याल
▪️जनक : लच्छी राम
▪️इस ख्याल का अन्तर्राष्ट्रीय कलाकार उगमराज है।
▪️यह हास्य प्रधान ख्याल है।

2. शेखावटी ख्याल
▪️जनक : नानू राम

3. चिडावा ख्याल
▪️जनक नानूराम का शिष्य दुलिया राणा है।

4. हेला ख्याल
▪️मूल स्थान लालसोट (दौसा) है।
▪️सवाई माधोपुर में भी लोकप्रिय है।
▪️जनक : शायर हेला

5. तुर्रा कलंगी ख्याल
▪️ घोसुण्डी (निम्बाहेडा- चित्तौडगढ) की प्रसिद्ध है।
▪️ यह हिन्दू-मुस्लिम एकता की परिचायक है।
▪️तुर्रा (शिव का पात्र) की भूमिका हिन्दू कलाकार द्वारा अदा की जाती है।
▪️कलंगी (पार्वती का पात्र) की भूमिका मुस्लिम कलाकार द्वारा अदा की जाती है।

▪️इस ख्याल में तुर्रा का जनक - तुकनगीर व कलंगी का जनक शाहअली है।


6. अली बख्शी ख्याल
▪️अलवर
▪️जनक : अली बख्श
▪️अली बख्श को "अलवर का रसखान" कहते है।

7. ढप्पाली ख्याल
▪️अलवर क्षेत्र में लोकप्रिय है।

8. किशनगढ़ी ख्याल
▪️अजमेर व जयपुर के आस-पास के क्षेत्र में
▪️जनक : बंशीधर शर्मा

9. बीकानेरी ख्याल
▪️जनक – मोती लाल

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


धारा =22 नियुक्ति

▪️राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति एक समिति की सिफारिश पर राज्यपाल द्वारा हस्तांतरित वारण्ट द्वारा-

(1) मुख्यमंत्री (अध्यक्ष )

(2) विधानसभा अध्यक्ष

(3) उस राज्य का गृहमंत्री

(4) विधानसभा मे विपक्ष का नेता

(5) विधान परिषद् यदि हो तो उस परिषद् का सभापति व परिषद् मे विपक्ष का नेता

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


राजस्थान के प्रमुख मन्दिर 🔰


मन्दिर का नाम स्थान

अम्बिका माता मन्दिर — जगत

धुनीनाथ मन्दिर — बीकानेर

आँसिया के मन्दिर — आँसिया (जोधपुर)

धूलेश्वर मन्दिर — आबू

अर्बूदा देवी मन्दिर — आबू

अद्भुतनाथ मन्दिर — चित्तौड़गढ़ का किला

ब्रह्मा मन्दिर — पुष्कर (अजमेर)

भन्डसर मन्दिर (जैन मन्दिर) — बीकानेर

बदोली मन्दिर — मेवाड़

अचलेश्वर महादेव मन्दिर — अचलगढ़ दिलवाड़ा (आबू)

चिन्तामणि मन्दिर — बीकानेर

चामुण्डा देवी मन्दिर — जोधपुर किला (जोधपुर)

दिगम्बर जैन मन्दिर — अलवर

घाटेश्वर मन्दिर — बरोली (कोटा)

द्वारिकानाथ मन्दिर — कंकरोली

गोविन्ददेव जी का मन्दिर —जयपुर

दिलवाड़ा जैन मन्दिर —आबू

गौमुख मन्दिर — आबू

जगदीश मन्दिर — उदयपुर

गणेश मन्दिर — जयपुर

कुम्भा श्याम मन्दिर — चित्तौड़गढ़ का किला (चित्तौड़गढ़)

हर मन्दिर — बीकानेर (जूनागढ़ किले में )

हनुमान मन्दिर — गलताजी (जयपुर)

कर्णीमाता मन्दिर — देशनोक (बीकानेर)

जैमल मन्दिर — बीकानेर (जूनागढ़ किले में)

कपार्दा के मन्दिर — रनकपुर (जोधपुर)

जम्बु मार्गेश्वर मन्दिर — बून्दी

लक्ष्मीनारायण मन्दिर — बीकानेर

काली मन्दिर — चित्तौड़गढ़ का किला (चित्तौड़गढ़)

काली माता मन्दिर — भरतपुर

मीरा मन्दिर — चित्तौड़गढ़ का किला

कुंज बिहारी मन्दिर — जोधपुर किला

नीलकंठ महादेव मन्दिर — चित्तौड़गढ़ का किला

काली का मन्दिर — आमेर (जयपुर)

कान्तीनाथ जैन मन्दिर — अचलगढ़ (आबू)

रनकपुर जैन मन्दिर — रनकपुर

लक्ष्मीनाथ जी मन्दिर — जैसलमेर

लोदरवा जैन मन्दिर — लोदरवा (जैसलमेर)

सोनी मन्दिर (जैन मन्दिर) — अजमेर

महावीर जी मन्दिर — श्री महावीर जी

महामंगलेश्वर मन्दिर — बून्दी (बून्दी-चित्तौड़गढ़ मार्ग पर)

सूर्य मन्दिर — जयपुर

नीलकंठ महादेव मन्दिर — अलवार

नीलकंठ महादेव मन्दिर — कोटा

विमल शाही मन्दिर (जैन मन्दिर) — आबू

रक्तदन्तिका मन्दिर — सतूर (बूंदी)

सूर्य मन्दिर — चित्तौड़गढ़ का किला

समिदेश्वर मन्दिर — चित्तौड़गढ़ का किला

सन्चौर मन्दिर — जालौर

सावित्री मन्दिर — पुष्कर (अजमेर)

सम्भावनाथ मन्दिर (जैन मन्दिर) — जैसलमेर

श्री रघुनाथ जी मन्दिर — नक्की झील (आबू)

सास-बहू का मन्दिर — उदयपुर

श्रीनाथ जी — नाथद्वार

विष्णु मन्दिर — केशोरायपाटन (बूंदी)

शिव देवरा मन्दिर —रामगढ़ (कोटा)

शीतलेश्वर मन्दिर — झालरपाटन (कोटा)

तेजपाल मन्दिर (जैन मन्दिर) —आबू

वरूण मन्दिर — बूंदी

सिंधी जी के जैन मन्दिर — साँगानेर (जयपुर)


टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


राजस्थान की वेशभूषा 🔰
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖

1. पगड़ी
पगडी मेवाड़ की प्रसिद्ध है।

पगड़ी को पाग, पेंचा व बागा भी कहते है।

विवाह पर पहनी जाने वाली पगड़ी मोठडा पगडी कहलाती है।

श्रावण मास में पहनी जाने वाली पगड़ी लहरिया कहलाती है।

दशहरे के अवसर पर पहने जाने वाली पगड़ी मदील कहलाती है!

दीपावली के अवसर पर पहने जाने वाली पगड़ी केसरिया कहलाती हैं

फूल पती की छपाई वाली पगडी होली, के अवसर पर पहनी जाती है।

रियासती पगडि़यां
1. जसवंत शाही
2. चुड़ावत शाही
3. भीम शाही
4. उदयशाही
5. मानशाही
6. राठौडी
7. हम्मीर -शाही
8. अमरशाही
9. स्वरूपशाही
10. शाहजहांनी
11. राजशाही

2. अंगरखी
शरीर के ऊपरी भाग में पहने जाने वाला वस्त्र है।

अन्य नाम - बुगतरी, अचकन, बण्डी आदि!

3. चौगा
सम्पन्न वर्ग द्वारा अगरखी के ऊपर पहने जाने वाला वस्त्र है।

तनजेब व जामदानी के चैगे- गर्मियों में पहने जाते है।

4. जामा
शादी- विवाह या युद्ध जैसे विशेष अवसरों पर घुटनों तक जो वस्त्र पहना जाता था जामा कहलाता है।

5. आत्मसुख
सर्दी से बचाव के लिए अंगरखी पर पहना जाने वाला वस्त्र है।

सबसे पुराना आत्मसुख सिटी पैलेस (जयपुर) में सुरक्षित है।

6. पटका
जामा के ऊपर पटका/ कमरबंद बांधने की प्रथा थी, जिस पर तलवार या कटार लटकाई जाती थी।

7. ओढ़नी
शरीर के निचले हिस्से मे घाघरा ओर ऊपर कूर्ती, कांचली के बाद स्त्रियां ओढली ओढ़ती है।

लूंगडी - मीणा जाति से संबंधित है।

पोमचा- पीली व गुलाबी जमीन वाली विशेष ओढनी बच्चे के जन्म के समय महिलाएं ओढती है।

लहरिया - तीज-त्यौहार के अवसर पर महिलाओं पहने जाने वाली ओढनी है।
कटकी - अविवाहित बालिकाओं की ओढनी है।

ओढ़नी के अन्य प्रकार
1. ज्वार भांत की ओढ़नी
2. ताराभांत की ओढ़नी
3. लहर भांत की ओढ़नी
4. केरीभांत की ओढनी
तारा भांत की ओढ़नी- आदिवासी स्त्रियों की लोकप्रिय ओढ़नी है।

8. ठेपाड़ा / ढेपाडा
भील पुरूषों द्वारा पहनी जाने वाली तंग धोती है।

9. सिंदूरी
भील महिलाओं द्वारा पहने जाने वाली लाल रंग की साड़ी है!

10. खोयतू
लंगोटिया भीलों में पुरूषों द्वारा कमर पर बांधे जाने वाली लंगोटी को कहते है।

11. कछावू
लंगेटिया भील महिलाओं द्वारा घुटने तक पहना जाने वाला नीचा धाघरा जो प्रायः काले और लाल रंग का होता है।

12. चीर, चारसो, दुकूल
ये स्त्रियों की वेशभूषांऐ है


╭─❀⊰╯टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW
╨───────────────────━❥


कठपुतली

▪️किसी व्यक्ति विशेष के पात्र को लकड़ी के ढांचे के रूप में प्रस्तुत करना

▪️कठपुतली का निर्माण उदयपुर चित्तौडगढ़, कठपुतली नगर (जयपुर) में किया जाता है।

▪️कठपुतली नाटक का मंचन नट अथवा भाट जाति द्वारा किया जाता है।

▪️कठपुतली कला के विकास के लिए कार्यरत संस्था भारतीय लोक कला मण्डल - उदयपुर है।

▪️इस संस्था की स्थापना सन् 1952 में देवीलाल सांभर ने की।

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


क्रांति के समय राजस्थान में 6 छावनियां थी 🔰

1.नसीराबाद (अजमेर) :-

2.ब्यावर (अजमेर):-

3.देवली (टोंक):-

4.एरियनपुरा (पाली):-

5.खेरवाडा़ (उदयपुर):-

6.नीमच (मध्य प्रदेश):-


टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


दुर्गों व मंदिर के वास्तुकार 🔰


(1) रणकपुर जैन मंदिर - वास्तुकार देपा
(2) चित्तौड़ दुर्ग - वास्तुकार जैता
(3) राज प्रशस्ति - रचनाकार रणछोड़ भट्ट
(4) कुम्भलगढ़ दुर्ग - शिल्पी मण्डन
(5) एकलिंग प्रशस्ति - रचनाकार महेश्वर


टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


राजस्थान जीके अति महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

1. सांभर के चौहान वंश का संस्थापक था- वासुदेव

2. हर्षनाथ मंदिर का निर्माण किसने करवाया- गूवक

3. किस चौहान शासक को वेरीघट की उपाधि प्राप्त थी - गोविंद तृतीय

4. पुष्कर में वराह मंदिर का निर्माण किसने करवाया - अर्णौराज

5. आनासागर झील का निर्माण किसने करवाया - अर्णौराज

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


राजस्थान के प्रमुख साके 🔰
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖

1. रणथंभौर का साका
यह सन् 1301 में अलाउद्दीन खिलजी के ऐतिहासिक आक्रमण के समय हुआ था। इसमें हम्मीर देव चौहान विश्वासघात के परिणामस्वरूप वीरगति को प्राप्त हुआ तथा उसकी पत्नी रंगादेवी ने जौहर किया था। इसे राजस्थान के गौरवशाली इतिहास का प्रथम साका माना जाता है।

2. चित्तौड़गढ़ के साके
चित्तौड़ में सर्वाधिक तीन साकेहुए हैं।

◆प्रथम साका- यह सन् 1303 में राणा रतन सिंह के शासनकाल में अलाउद्दीन खिलजी के चित्तौड़ पर आक्रमण के समय हुआ था। इसमें रानी पद्मनी सहित स्त्रियों ने जौहर किया था।

◆द्वितीय साका- यह 1534 ईस्वी में राणा विक्रमादित्य के शासनकाल में गुजरात के सुल्तान बहादुरशाह के आक्रमण के समय हुआ था। इसमेंरानी कर्मवती के नेतृत्व में स्त्रियों ने जौहर किया था।

◆तृतीय साका- यह 1567 में राणा उदयसिंह के शासनकाल में अकबर के आक्रमण के समय हुआ था जिसमें जयमल और पत्ता के नेतृत्व में चित्तौड़ की सेना ने मुगल सेना का जमकर मुकाबला किया और स्त्रियों ने जौहर किया था।

3. जालौर का साका
कान्हड़देव के शासनकाल में 1311 – 12 में अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय हुआ था।

4. गागरोण के किले के साके
◆प्रथम साका- 1423 ईस्वी में अचलदास खींची के शासन काल में माण्डू के सुल्तान होशंगशाह के आक्रमण केसमय हुआ था।

◆द्वितीय साका- यह सन् 1444 में माण्डू के सुल्तान महमूद खिलजी के आक्रमण के समय हुआ था।

5. जैसलमेर के ढाई साके

जैसलमेर में कुल ढाई साके होना माना जाता है। इसके तीसरे साके में वीरों ने केसरिया तो किया था किन्तु जौहर नहीं हुआ इस कारण इसको अर्ध साका कहा जाता है।

◆प्रथम साका- यह अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय हुआ था।

◆द्वितीय साका- यह फिरोजशाह तुगलक के आक्रमण के समय हुआ।

◆तृतीय साका (अर्ध साका)- यह लूणकरण के शासन काल में कंधार के शासक अमीर अली के आक्रमण के समय हुआ था।


टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


🔰राजस्थान की प्रसिद्ध होलीया ☄
( फाल्गुन पूर्णिमा )

1 रोने- बिलखने वाली होली = जोधपुर

2 गोबर के कंडो की होली = गलियाकोट (डूंगरपुर)

3 राड रमण की होली = भिलुड़ा ग्राम (डूंगरपुर)

4 पत्थर मार होली = बाड़मेर

5 लठमार होली = श्री महावीरजी चांदन गांव (करौली)

6 डेगची या बाल्टी मार होली = बीकानेर

7 कोडा मार होली = भिनाय(अजमेर)

8 दूध व दही की होली = नाथद्वारा (राजसमंद)

9 बादशाह की होली = नाथद्वारा (राजसमंद)

10 अंगारों की होली = केकड़ी (अजमेर)+ लालसोट ( राजसमंद)

11 देवर भाभी की होली = ब्यावर (अजमेर)

12 नहान की होली = सांगोद (कोटा)

13 मुर्दों की होली = मरुधनी (भीलवाड़ा)

14 फूलों की होली = गोविंद देव जी मंदिर (जयपुर)

15 कंकड़ मार होली = जैसलमेर

16 भाटा गैर = जालौर

17 कानुडा गांव का गैर नृत्य = बाड़मेर

18 गोटा गैर = भीनमाल



╭─❀⊰╯टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW
╨───────────────────━❥


9th_&_10th_राजस्थान_अध्ययन_NEW.pdf
119.6Mb
🔰 राजस्थान बोर्ड नवीन बुक

हमारा राजस्थान 🐪

अति महत्वपूर्ण किताब ‼️

▪️(Class 9th &10th)
▪️ हिंदी माध्यम ☑️

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


भूमि से सम्बंधित राजस्व शब्दावली🔰

🔻 Special REET Mains, EO, Second grade CET exam 🔻

▪️बीड़ भूमि ➖ नदी नालों के पास की भूमि

▪️हकत भूमि ➖ जोती जाने वाली भूमि

▪️चाही भूमि ➖ राजस्व की दृष्टि से सिंचित भूमि

▪️मगरा भूमि ➖ पहाड़ी क्षेत्र की भूमि

▪️बारानी भूमि ➖ असिंचित भूमि जो वर्षा पर निर्भर हो

▪️रेह भूमि ➖ मिट्टी के ऊपर सफेद लवणीय बालू जम जाती है ।

▪️चरणोत ➖ जो पशुओं के लिए चारा उगाने के लिए छोड़ी जाती है।

▪️पीवल भूमि ➖ तालाबों और कुँओं द्वारा सिंचित भूमि को स्थानीय भाषा में

▪️तलाई भूमि ➖ तालाब के पेटे की भूमि

▪️ डहरी भूमि ➖ प्राकृतिक रूप से बाढ़ के पानी से सिंचित भूमि

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


राजस्थान स्थित प्रमुख ऐतिहासिक स्रोत🔰

1. मानमोरी का शिलालेख चितौड़गढ़ की प्राचीन स्थिति से सम्बन्धित — 713 ई.

2. दुर्गराज के शिलालेख में पुष्कर के तीर्थ का वर्णन — 925 ई.

3. प्रतापगढ़ के शिलालेख कृषि, समाज तथा धार्मिक स्थिति से सम्बन्धित — 946 ई.

4. सांडेश्वर के अभिलेख —953 ई.

5. कुमारपाल का समिधेश्वर का लेख-चालुक्यों की विजय का द्योतक — 1150 ई.

6. अल्हणदेव का किराडू का लेख — 1152 ई.

7. सोलंकी भीमदेव का शिलालेख-आबू के शिव मन्दिर के स्तम्भ-निर्माण के वर्णन से सम्बन्धित — 1208 ई.

8. बीठू अभिलेख राठौड़ सिहं की मृत्यु तिथि निर्धारण — 1273 ई.

9. चीरवे (गांव) का शिलालेख (गुहिलवंशीय) — 1273 ई.

10. रसिया की छत्री का शिलालेख (चित्तौड़) — 1274 ई.

11. चित्तौड़ के पार्श्वनाथ के मन्दिर का लेख — 1278 ई.

12. हिम्मतराम के मन्दिर का लेख (जैसलमेर) — 1834 ई.

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


सरस्वती सम्मान पुरस्कार 2023

▪️मलयालम भाषा के प्रसिद्ध कवि प्रभा वर्मा को वर्ष 2023 के लिए सरस्‍वती सम्‍मान प्रदान किया जाएगा।

▪️उन्‍हें यह सम्‍मान काव्‍य संग्रह रूद्र सात्विकम और 2013 से 2022 के दौरान साहित्‍य में योगदान के लिए दिया जाएगा

▪️इसके तहत प्रशस्ति पत्र, मां सरस्‍वती का प्रतीक चिन्‍ह और 15 लाख रूपये दिए जाते हैं। रूद्र सात्विकम प्रभा वर्मा का काव्‍य संग्रह है जो 2022 में प्रकाशित हुआ था।

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


राजनैतिक शब्दावली 🔰
(अति महत्वपूर्ण)

🔷 स्थगन प्रस्ताव
▪️स्थगन प्रस्ताव किसी लोक महत्व के मामले पर पेश किया जाता है । जब ये स्वीकार कर लिया जाता है तब लोक महत्व के कार्य के लिए सदन का नियमित कार्य रोक दिया जाता है ।इस प्रस्ताव को पेश करने के लिए न्यूनतम 50 सदस्यों की स्वीकृति जरूरी है ।

🔷 धन विधेयक
▪️संसद में राजस्व एकत्र करने या अन्य प्रकार के धन के संबंधित विधेयक को धन विधेयक कहा जाता है । धन विधेयक केवल लोकसभा में ही पेश किया जाता है । धन विधेयक को पुन:विचार के लिए राष्ट्रपति लौटा नहीं सकता ।

🔷 विनियोग विधेयक
▪️विनियोग विधेयक में भारत की संचित निधि पर भारित व्यय की पूर्ति के लिए धन तथा सरकार के खर्च के लिए अनुदान की मांग शामिल होती है । भारत में संचित निधि में से कोई भी धन विनियोग विधेयक के अधीन ही निकाला जा सकता है ।

🔷 अविश्वास प्रस्ताव
▪️यह प्रस्ताव लोकसभा या विधानसभा में विपक्षी दलों द्वारा लाया जाता है । दरअसल ये प्रस्ताव सत्तारूढ पार्टी या गठबंधन के बहुतमत की परीक्षा होती है...। अगर ये प्रस्ताव पारित हो जाता है तो मंत्रिपरिषद् को इस्तीफा देना पड़ता है । सरकार गिर जाती है ।

🔷 अध्यादेश
▪️जब संसद का अधिवेशन नहीं चल रहा हो और किसी विशेष उद्देश्य के लिए कानून की आवश्यकता हो, तो राष्ट्रपति अध्यादेश जारी कर सकता है । इस अध्यादेश का प्रभाव संसद द्वारा निर्मित कानून जैसा ही होगा ।

🔷 प्रश्नकाल
▪️जब संसद की कार्यवाही शुरू होती है...उसके शुरू के पहला घंटा सामान्यत: प्रश्नकाल कहलाता है ।

🔷 शून्य काल
▪️संसद के दोनों सदनों में प्रश्न काल के ठीक बाद के समय को शून्य काल कहा जाता है । शून्य काल का लोकसभा या राज्यसभा की प्रक्रिया तथा संचालन नियम में कोई उल्लेख नहीं है ।

🔷 सदन का स्थगन
▪️स्थगन द्वारा सदन के कामकाज को विनिर्दिष्ट समय के लिए स्थगित कर दिया जाता है ।

🔷 अनुपूरक प्रश्न
▪️सदन में किसी सदस्य द्वारा अध्यक्ष की अनुमति से किसी विषय पर दिए गए जवाब का स्पष्टीकरण के लिए अनुपूरक प्रश्न पूछने की अनुमति प्रदान करता है

🔷 विघटन
▪️केवल लोकसभा का ही विघटन हो सकता है । इससे लोकसभा भंग हो जाती है ।

🔷 तारांकित प्रश्न
▪️जिन सवालों का जवाब सदस्य तुरंत सदन में चाहता है उसे तारांकित प्रश्न कहा जाता है

🔷 अतारांकित प्रश्न
▪️जिन प्रश्नों का उत्तर सदस्य लिखित में चाहता है, उन्हें अतारांकित प्रश्न कहा जाता है ।

🔷 पदेन
▪️पद धारण करने के कारण ।

🔷 निर्वाचन मंडल
▪️विशेष मतदान के मकसद से गठित निर्वाचकों का विशेष समूह । जैसे- राष्ट्रपति के चुनाव के लिए संसद या विधानसभाओं से निर्वाचित सदस्य निर्वाचक मंडल का गठन करते है

🔷 न्यायिक समीक्षा
▪️विधायिका का बनाया गया कानून संविधान के मुताबिक है या नहीं, इसकी न्यापालिका जांच करती है, इसे ही न्यायिक समीक्षा कहा जाता है ।

🔷 प्रभुसत्ता संपन्न
▪️जहां देश आंतरिक और बाह्य मामलों में पूरी तरह स्वतंत्र हो और किसी बाह्य शक्ति पर निर्भर न हो ।

🔷 निषेधाधिकार
▪️मुख्य कार्यपालिका द्वारा सोच-विचार के बाद किसी विधायी अधिनियम पर अपनी अस्वीकृति । ऐसा करने से अधिनियम कानून का रुप नहीं ले पाता ।

🔷 निंदा प्रस्ताव
▪️सरकार की गलत नीतियों की आलोचना करने के लिए संसद के किसी भी सदन में निंदा प्रस्ताव लाया जा सकता है ।

🔷 गुलेटिन
▪️वह संसदीय प्रक्रिया जिसमें सभी मांगों को जो नियत तिथि तक नहीं निपटाई गई हो बिना चर्चा के ही मतदान के लिए रखा जाता है।

🔷 काकस (Caucus)
▪️किसी राजनीतिक दल अथवा गुट के प्रमुख सदस्यों की बैठक को काकस कहते हैं । इन प्रमुख सदस्यों द्वारा तय की गई नीतियों से ही पूरा दल संचालित होता है।

🔷 सचेतक
▪️राजनीतिक दल में अनुशासन बनाए रखने के लिए सचेतक की नियुक्ति हर दल द्वारा की जाती है।

🔷 धर्म निरपेक्ष
▪️जहां धर्म के आधार पर किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता तथा सभी धर्मों को समान रूप से देखा जाता है|

🔷 लोकतंत्र
▪️सरकार को सारी शक्तियां जनता से प्राप्त होती हैं । शासकों का चुनाव जनता द्वारा किया जाता है । दूसरे रूप में कह सकते हैं कि लोकतंत्र जनता का, जनता के द्वारा और जनता के लिए है

🔷 समाजवाद
▪️ऐसी व्यवस्था जिसमें उत्पादन और वितरण का स्वामित्व राज्य के नियंत्रण में रहता है ।

🔷 गणराज्य
▪️इसका मतलब यह है कि राज्य का अध्यक्ष एक निर्वाचित व्यक्ति है जो एक निश्चित अवधि के लिए पद ग्रहण करता है

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW


वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2024

▪️जारी - 20 मार्च (वर्ल्ड हैप्पीनेस डे)

▪️जारीकर्ता - संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क

▪️वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2024 के अनुसार, यूरोपीय देश फिनलैंड दुनिया का सबसे अधिक खुशहाल देश है।

▪️फिनलैंड लगातार सातवें साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना हुआ है।

▪️वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स में भारत पिछले साल की तरह ही 126वें स्थान पर बरक़रार है

▪️वहीं भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान रैंक में 108वें स्थान पर और श्रीलंका 128वें स्थान पर है।

▪️अमेरिका 23वें स्थान पर है।

टेलीग्राम पर जुड़े 👇
https://t.me/joinchat/QTIsgrtEsQbqR5sW

20 last posts shown.