🌹त्रिफला रसायन कल्प🌹
🔸सर्व नेत्ररोगनिवारक, मेधा व दृष्टिवर्धक त्रिफला रसायन कल्प त्रिदोषनाशक, इंद्रिय बलवर्धक विशेषतः नेत्रों के लिए हितकर, वृद्धावस्था को रोकने वाला व मेधाशक्ति बढ़ाने वाला है ।
🔸 इसके सेवन से नेत्रज्योति में आश्चर्यजनक वृद्धि होती है । दृष्टिमाद्य, रतौंधी, मोतियाबिंदु, काँचबिंदु आदि नेत्ररोगों से रक्षा होती है ।
🔸बाल काले, घने व मजबूत बनते हैं ।
🔹 40 दिन तक विधियुक्त सेवन करने से स्मृति, बुद्धि, बल व वीर्य में वृद्धि होती है ।
🔸 60 दिन तक सेवन करने से यह विशेष प्रभाव दिखाता है । जगजाहिर है कि इस प्रयोग से पूज्य बापू जी अदभुत लाभ हुआ है, चश्मा उतर गया है ।
🔸सेवन-विधिः 11 ग्राम मिश्रण सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें (बालकों के लिए मात्रा 6 ग्राम) दिन में केवल एक बार सात्त्विक, सुपाच्य भोजन करें ।
🔹 इन दिनों में भोजन में नमक कम हो तो अच्छा है । साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का उपयोग विशेष लाभदायक है । सुबह शाम गाय का दूध ले सकते हैं ।
🔹 दूध व रसायन के सेवन में दो ढाई घंटे का अंतर रखना आवश्यक है ।
🔸कल्प के दिनों में खट्टे, तले हुए, मिर्च-मसालेयुक्त व पचने में भारी पदार्थों का सेवन निषिद्ध है ।
🔸 इन दिनों में केवल दूध-चावल, दूध-दलिया अथवा दूध-रोटी का सेवन अधिक गुणकारी है ।
🔸 इस प्रयोग के बाद 40 दिन तक मामरा बादाम का उपयोग विशेष लाभदायी होगा ।
🔸कल्प के दिनों में नेत्रबिन्दु का प्रयोग अवश्य करें ।
🌼🌼🌼🙏🌼🌼🌼
😊🙏आश्रम स्वास्थ्य सेवा ग्रुप में ऐड होने हेतु नीचे दी गयी लिंक पर जाये 👇
https://t.me/AshramSwasthyaSeva
🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
🔸सर्व नेत्ररोगनिवारक, मेधा व दृष्टिवर्धक त्रिफला रसायन कल्प त्रिदोषनाशक, इंद्रिय बलवर्धक विशेषतः नेत्रों के लिए हितकर, वृद्धावस्था को रोकने वाला व मेधाशक्ति बढ़ाने वाला है ।
🔸 इसके सेवन से नेत्रज्योति में आश्चर्यजनक वृद्धि होती है । दृष्टिमाद्य, रतौंधी, मोतियाबिंदु, काँचबिंदु आदि नेत्ररोगों से रक्षा होती है ।
🔸बाल काले, घने व मजबूत बनते हैं ।
🔹 40 दिन तक विधियुक्त सेवन करने से स्मृति, बुद्धि, बल व वीर्य में वृद्धि होती है ।
🔸 60 दिन तक सेवन करने से यह विशेष प्रभाव दिखाता है । जगजाहिर है कि इस प्रयोग से पूज्य बापू जी अदभुत लाभ हुआ है, चश्मा उतर गया है ।
🔸सेवन-विधिः 11 ग्राम मिश्रण सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें (बालकों के लिए मात्रा 6 ग्राम) दिन में केवल एक बार सात्त्विक, सुपाच्य भोजन करें ।
🔹 इन दिनों में भोजन में नमक कम हो तो अच्छा है । साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का उपयोग विशेष लाभदायक है । सुबह शाम गाय का दूध ले सकते हैं ।
🔹 दूध व रसायन के सेवन में दो ढाई घंटे का अंतर रखना आवश्यक है ।
🔸कल्प के दिनों में खट्टे, तले हुए, मिर्च-मसालेयुक्त व पचने में भारी पदार्थों का सेवन निषिद्ध है ।
🔸 इन दिनों में केवल दूध-चावल, दूध-दलिया अथवा दूध-रोटी का सेवन अधिक गुणकारी है ।
🔸 इस प्रयोग के बाद 40 दिन तक मामरा बादाम का उपयोग विशेष लाभदायी होगा ।
🔸कल्प के दिनों में नेत्रबिन्दु का प्रयोग अवश्य करें ।
🌼🌼🌼🙏🌼🌼🌼
😊🙏आश्रम स्वास्थ्य सेवा ग्रुप में ऐड होने हेतु नीचे दी गयी लिंक पर जाये 👇
https://t.me/AshramSwasthyaSeva
🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉