शौर्य दल के 100 साल के इतिहास में ये पहली बार था, जब एक 11 साल के बच्चे ने शक्तियों का 'एकलव्य' रैंक हासिल कर लिया हो। लेकिन उसके बाद कुछ ऐसा हुआ कि अचानक ये 'एकलव्य', एक बार फिर से 'शून्य' रैंक पर आ गया। कई सालों की कड़ी मेहनत के बाद भी जब ध्रुव फिर से