*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 10 दिसम्बर 2024*
*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमन्त*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - दशमी प्रातः 03:42 दिसम्बर 11 तक, तत्पश्चात एकादशी*
*⛅नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद दोपहर 01:30 तक तत्पश्चात रेवती*
*⛅योग - व्यतीपात रात्रि 10:03 तक तत्पश्चात वरीयान्*
*⛅राहु काल - दोपहर 03:14 से शाम 04:35 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:14*
*⛅सूर्यास्त - 05:50*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:24 से प्रातः 06:17 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:11 से दोपहर 12:54 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:06 दिसम्बर 11 से रात्रि 12:59 दिसम्बर 11 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - व्यतिपात योग (सूर्योदय से रात्रि 10:03 तक), सर्वार्थ सिद्धि योग (प्रातः 07:10 से दोपहर 01:30 तक)*
*⛅विशेष - दशमी को कलंबी शाक त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹उपयोगी बातें🔹*
*🔹आरती के समय कपूर जलाने का विधान है । घर में नित्य कपूर जलाने से घर का वातावरण शुद्ध रहता है, शरीर पर बीमारियों का आक्रमण आसानी से नहीं होता, दुःस्वप्न नहीं आते और देवदोष तथा पितृदोषों का शमन होता है ।*
*🔹कपूर मसलकर घर में (खासकर कर ध्यान-भजन की जगह पर) थोड़ा छिड़काल कर देना भी हितावह है ।*
*🔹दीपज्योति अपने से पूर्व या उत्तर की ओर प्रगटानी चाहिए । ज्योति की संख्या 1,3,5 या 7 होनी चाहिए ।*
*दिन में नौ बार की हुई किसी भी वक्तवाली प्रार्थना अंतर्यामी तक पहुँच ही जाती है ।*
*⛅दिनांक - 10 दिसम्बर 2024*
*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमन्त*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - दशमी प्रातः 03:42 दिसम्बर 11 तक, तत्पश्चात एकादशी*
*⛅नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद दोपहर 01:30 तक तत्पश्चात रेवती*
*⛅योग - व्यतीपात रात्रि 10:03 तक तत्पश्चात वरीयान्*
*⛅राहु काल - दोपहर 03:14 से शाम 04:35 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:14*
*⛅सूर्यास्त - 05:50*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:24 से प्रातः 06:17 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:11 से दोपहर 12:54 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:06 दिसम्बर 11 से रात्रि 12:59 दिसम्बर 11 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - व्यतिपात योग (सूर्योदय से रात्रि 10:03 तक), सर्वार्थ सिद्धि योग (प्रातः 07:10 से दोपहर 01:30 तक)*
*⛅विशेष - दशमी को कलंबी शाक त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹उपयोगी बातें🔹*
*🔹आरती के समय कपूर जलाने का विधान है । घर में नित्य कपूर जलाने से घर का वातावरण शुद्ध रहता है, शरीर पर बीमारियों का आक्रमण आसानी से नहीं होता, दुःस्वप्न नहीं आते और देवदोष तथा पितृदोषों का शमन होता है ।*
*🔹कपूर मसलकर घर में (खासकर कर ध्यान-भजन की जगह पर) थोड़ा छिड़काल कर देना भी हितावह है ।*
*🔹दीपज्योति अपने से पूर्व या उत्तर की ओर प्रगटानी चाहिए । ज्योति की संख्या 1,3,5 या 7 होनी चाहिए ।*
*दिन में नौ बार की हुई किसी भी वक्तवाली प्रार्थना अंतर्यामी तक पहुँच ही जाती है ।*