ख़ुद की शादी हो जाने के बाद
दूसरों की शादी करवाने में
जो सुख प्राप्त होता है
उसे ही शास्त्रों में "ईर्ष्या" कहा गया है
🐈@Joke_bot_143🐈
दूसरों की शादी करवाने में
जो सुख प्राप्त होता है
उसे ही शास्त्रों में "ईर्ष्या" कहा गया है
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