Suno
आंसू जो मेरे आंख से
बहने को बेकरार रहते है
मेहरबानी है तेरे इश्क की
हम हर रंज ओ गम सहते है
irfan...✍️
आंसू जो मेरे आंख से
बहने को बेकरार रहते है
मेहरबानी है तेरे इश्क की
हम हर रंज ओ गम सहते है
irfan...✍️