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परेशानी नहीं है। लेकिन पायीप्पड़ की घटना से साफ है कि कई असामाजिक तत्व राज्य में शांति भंग करना चाहते हैं। पूरी जाँच के बाद हम उनका पता लगा लेंगे। फ़िलहाल, किसी को भी, खासतौर से अतिथि कामगारों को, बाहर निकलने की इजाज़त नहीं है।
लॉकडाउन का पालन करने के लिए हमारे प्रधानमंत्री ने पहले ही लोगों से कहा है कि वे जहाँ हैं वहीं रहें। इसलिए यह ज़ाहिर है कि दूसरे राज्यों से आये इन कामगारों की वापस भेजे जाने की माँग हम चाहकर भी पूरी नहीं कर सकते। हमें उन लोगों का पता लगाना होगा जो इस संकट के समय में भी झूठे दिलासे दे रहे हैं और ग़लत जानकारियाँ फैला रहे हैं। दूसरे राज्यों से आये हुए कामगारों के रहने और खाने का पर्याप्त प्रबंध अमूमन ठेकेदारों की ज़िम्मेदारी होती है। लेकिन सरकार को यह पता है कि ये सुविधाएँ काम करने के बाद ही मिलती हैं और क्योंकि फिलहाल काम नहीं हो रहा है इसलिए सरकार ने इस स्थिति को समझते हुए इन्हें आरामदायक कैम्पों में शिफ्ट कर दिया है। हमने ये भी पक्का किया कि इन्हें अच्छा खाना मिले। इन कामगारों की माँग को ध्यान में रखते हुए ज़िला कलेक्टरों को आदेश दिए गए कि इन्हें उसी तरह का खाना मुहैया करवाया जाए जैसा वे खाते हैं। जो लोग खुद खाना बनाना चाहते हैं उन्हें खाद्य सामग्री दी गयी। उन्हें स्वास्थ सुविधाएँ उपलब्ध करवायीं जा रही हैं। सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि इन्हें इस मुश्किल घड़ी में परेशानी नहीं हो। इन सकारात्मक क़दमों के बावजूद इन्हें भड़काने और क़ानून व्यवस्था को खराब करने की कोशिशें राज्य की आत्मा के ख़िलाफ़ एक बेहद बुरा षड्यंत्र है। कल पायीप्पड़ में जो घटना हुई पूरे राज्य में उसकी कड़ी निंदा हो रही है।
सारे ज़रूरी प्रतिबंधों को ताक पर रखते हुए लोगों ने इकट्ठे होने की जो कोशिश की है, वो कोरोना वायरस से लड़ाई के हमारे निश्चय के खिलाफ है, और पूरा प्रदेश इसकी कड़ी निंदा करता है. हमारा केरल, जो इस मुहिम में अग्रणी रहा है, इस प्रकार की कोई गतिविधि स्वीकार नहीं कर सकता. इस प्रकार के जनरोधी षडयंत्रों पर आगे से सख्त कार्यवाही की जाएगी.
हम हमारे मेहमान, प्रवासी कामगारों की हर समस्या का समाधान करेंगे और अगर कोई कमियाँ बतायी जाएंगी तो उन्हें भी सुधारेंगे. प्रवासी श्रमिकों के लिए की गई विशेष व्यवस्थाओं में हम कोई कमी नहीं रहने देंगे. सभी घोषित जनकल्याण कार्यक्रमों को प्रांत के हर कोने तक लेकर जाएंगे.
हम प्रवासी कामगारों से अपील करते हैं कि वें मौके की वास्तविकता समझें, और भविष्य में घबरा कर ऐसे किसी भी षडयंत्र में ना पड़ें.
स्पष्ट प्रमाण मिले हैं कि कुछ असामाजिक तत्वों ने मौके का फायदा उठा कर पयिप्पड़ जैसी घटनाओं को अंजाम दिया.
हम इन असामाजिक तत्वों से भी नम्र निवेदन करते हैं कि वें इस मुश्किल घड़ी का और फायदा ना उठाएं, और प्रदेश की शांति भंग करने के प्रयास ना करें. अपने छोटे छोटे राजनीतिक फायदों के लिए हमारी सरजमीं को चोट ना पहुंचाएं. अन्यथा, प्रदेश प्रशासन हर प्रयास कर उन्हें कानून के सामने लाएगा और सज़ा दिलाएगा.
Pinarayi Vijayan
Chief Minister
लॉकडाउन का पालन करने के लिए हमारे प्रधानमंत्री ने पहले ही लोगों से कहा है कि वे जहाँ हैं वहीं रहें। इसलिए यह ज़ाहिर है कि दूसरे राज्यों से आये इन कामगारों की वापस भेजे जाने की माँग हम चाहकर भी पूरी नहीं कर सकते। हमें उन लोगों का पता लगाना होगा जो इस संकट के समय में भी झूठे दिलासे दे रहे हैं और ग़लत जानकारियाँ फैला रहे हैं। दूसरे राज्यों से आये हुए कामगारों के रहने और खाने का पर्याप्त प्रबंध अमूमन ठेकेदारों की ज़िम्मेदारी होती है। लेकिन सरकार को यह पता है कि ये सुविधाएँ काम करने के बाद ही मिलती हैं और क्योंकि फिलहाल काम नहीं हो रहा है इसलिए सरकार ने इस स्थिति को समझते हुए इन्हें आरामदायक कैम्पों में शिफ्ट कर दिया है। हमने ये भी पक्का किया कि इन्हें अच्छा खाना मिले। इन कामगारों की माँग को ध्यान में रखते हुए ज़िला कलेक्टरों को आदेश दिए गए कि इन्हें उसी तरह का खाना मुहैया करवाया जाए जैसा वे खाते हैं। जो लोग खुद खाना बनाना चाहते हैं उन्हें खाद्य सामग्री दी गयी। उन्हें स्वास्थ सुविधाएँ उपलब्ध करवायीं जा रही हैं। सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि इन्हें इस मुश्किल घड़ी में परेशानी नहीं हो। इन सकारात्मक क़दमों के बावजूद इन्हें भड़काने और क़ानून व्यवस्था को खराब करने की कोशिशें राज्य की आत्मा के ख़िलाफ़ एक बेहद बुरा षड्यंत्र है। कल पायीप्पड़ में जो घटना हुई पूरे राज्य में उसकी कड़ी निंदा हो रही है।
सारे ज़रूरी प्रतिबंधों को ताक पर रखते हुए लोगों ने इकट्ठे होने की जो कोशिश की है, वो कोरोना वायरस से लड़ाई के हमारे निश्चय के खिलाफ है, और पूरा प्रदेश इसकी कड़ी निंदा करता है. हमारा केरल, जो इस मुहिम में अग्रणी रहा है, इस प्रकार की कोई गतिविधि स्वीकार नहीं कर सकता. इस प्रकार के जनरोधी षडयंत्रों पर आगे से सख्त कार्यवाही की जाएगी.
हम हमारे मेहमान, प्रवासी कामगारों की हर समस्या का समाधान करेंगे और अगर कोई कमियाँ बतायी जाएंगी तो उन्हें भी सुधारेंगे. प्रवासी श्रमिकों के लिए की गई विशेष व्यवस्थाओं में हम कोई कमी नहीं रहने देंगे. सभी घोषित जनकल्याण कार्यक्रमों को प्रांत के हर कोने तक लेकर जाएंगे.
हम प्रवासी कामगारों से अपील करते हैं कि वें मौके की वास्तविकता समझें, और भविष्य में घबरा कर ऐसे किसी भी षडयंत्र में ना पड़ें.
स्पष्ट प्रमाण मिले हैं कि कुछ असामाजिक तत्वों ने मौके का फायदा उठा कर पयिप्पड़ जैसी घटनाओं को अंजाम दिया.
हम इन असामाजिक तत्वों से भी नम्र निवेदन करते हैं कि वें इस मुश्किल घड़ी का और फायदा ना उठाएं, और प्रदेश की शांति भंग करने के प्रयास ना करें. अपने छोटे छोटे राजनीतिक फायदों के लिए हमारी सरजमीं को चोट ना पहुंचाएं. अन्यथा, प्रदेश प्रशासन हर प्रयास कर उन्हें कानून के सामने लाएगा और सज़ा दिलाएगा.
Pinarayi Vijayan
Chief Minister