कुछ भी?😝 dan repost
मेडिकल ऑक्सीजन क्या होती और कैसे बनाई जाती है ?
प्लांट में एयर सेप्रेशन की मदद से हवा को ऑक्सीजन से अलग किया जाता है। ऑक्सीजन बनाने के लिए सबसे पहले हवा को कंप्रेस किया जाता है।
इसके बाद फिल्टर कर उसमें मौजूद अन्य गैस और अशुद्धियों को अलग किया जाता है।
इसके बाद ऑक्सीजन पूरी तरह से पृथक हो जाती है और वह लिक्विड फॉर्म में तब्दील हो जाती है।
आखिरी में ऑक्सीजन को स्टोर कर लिया जाता है। पूरी प्रक्रिया के बाद आखिरी में जो ऑक्सीजन बनती है उसे मेडिकल ऑक्सीजन कहते हैं।
अस्पतालों तक कैसे पहुंचती है ऑक्सीजन ?
ऑक्सीजन क्रायोजेनिक तकनीक से बनकर तैयार होती है । इसके बाद इन्हें क्रायोजेनिक ट्रैकर की मदद से डिस्ट्रब्यूटर्स तक लिक्विड फॉर्म में पहुंचाया जाता है।
वायु से अन्य गैसों की तकनीक को अलग करने की प्रक्रिया को क्रायोजनिक टेक्निक फॉर सेपरेशन ऑफ एयर कहते हैं।
सेप्रेशन के बाद ऑक्सीजन करीब 99 फीसदी तक शुद्ध हो जाती है।
प्लांट में एयर सेप्रेशन की मदद से हवा को ऑक्सीजन से अलग किया जाता है। ऑक्सीजन बनाने के लिए सबसे पहले हवा को कंप्रेस किया जाता है।
इसके बाद फिल्टर कर उसमें मौजूद अन्य गैस और अशुद्धियों को अलग किया जाता है।
इसके बाद ऑक्सीजन पूरी तरह से पृथक हो जाती है और वह लिक्विड फॉर्म में तब्दील हो जाती है।
आखिरी में ऑक्सीजन को स्टोर कर लिया जाता है। पूरी प्रक्रिया के बाद आखिरी में जो ऑक्सीजन बनती है उसे मेडिकल ऑक्सीजन कहते हैं।
अस्पतालों तक कैसे पहुंचती है ऑक्सीजन ?
ऑक्सीजन क्रायोजेनिक तकनीक से बनकर तैयार होती है । इसके बाद इन्हें क्रायोजेनिक ट्रैकर की मदद से डिस्ट्रब्यूटर्स तक लिक्विड फॉर्म में पहुंचाया जाता है।
वायु से अन्य गैसों की तकनीक को अलग करने की प्रक्रिया को क्रायोजनिक टेक्निक फॉर सेपरेशन ऑफ एयर कहते हैं।
सेप्रेशन के बाद ऑक्सीजन करीब 99 फीसदी तक शुद्ध हो जाती है।