" मुझे बचा लो रे, कोई गाड़ी में ले चलो रे, किराया मैं दे दूंगा" 😢
जिंदगी की कीमत बताती ये लाइने , जिंदगी हार गई। न जाने कितने निर्दोष इस तहस नहस का शिकार हुए है।
किसी के घरवालों ने टिफिन में सुबह के लंच के लिए रोटियां भेजी , लेकिन अफ़सोस रोटियां कमाने वाले ही चले गए ।
कितना दुःखदाई है न कि घर से हंसी ठिठोली करके निकले थे और वापस आए तो आधे कट्टे में लाश बनकर।
विलाप , प्रलाप और दुःख उन्हें पता है जिनके साथ घटित हुआ है हमारे लिए तो यह एक घटना है , जो कल हुई थी , कुछ दिन बाद धूमिल हो जाएगी।
आज सुबह-सुबह अखबार देखकर आँखें नम हो गई।
हे ईश्वर ! किसी को मौत तो देना लेकिन ऐसी भी मत देना कि अंतिम संस्कार के लिए सिर्फ पैर और अंगुलिया ही घर आए।
दुःखी मन से श्रद्धांजलि अर्पित , ईश्वर उनके परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। 😢😢😢
भागदौड़ की जिंदगी में सभी अपनी इंसानियत जिंदा रखे कम से कम बाकी ईश्वर की मर्जी हैं..!
जिंदगी की कीमत बताती ये लाइने , जिंदगी हार गई। न जाने कितने निर्दोष इस तहस नहस का शिकार हुए है।
किसी के घरवालों ने टिफिन में सुबह के लंच के लिए रोटियां भेजी , लेकिन अफ़सोस रोटियां कमाने वाले ही चले गए ।
कितना दुःखदाई है न कि घर से हंसी ठिठोली करके निकले थे और वापस आए तो आधे कट्टे में लाश बनकर।
विलाप , प्रलाप और दुःख उन्हें पता है जिनके साथ घटित हुआ है हमारे लिए तो यह एक घटना है , जो कल हुई थी , कुछ दिन बाद धूमिल हो जाएगी।
आज सुबह-सुबह अखबार देखकर आँखें नम हो गई।
हे ईश्वर ! किसी को मौत तो देना लेकिन ऐसी भी मत देना कि अंतिम संस्कार के लिए सिर्फ पैर और अंगुलिया ही घर आए।
दुःखी मन से श्रद्धांजलि अर्पित , ईश्वर उनके परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। 😢😢😢
भागदौड़ की जिंदगी में सभी अपनी इंसानियत जिंदा रखे कम से कम बाकी ईश्वर की मर्जी हैं..!