गुर्जर प्रतिहार शासको कि जानकारियां......
नेणसी ने प्रतिहारो की 26 शाखाओं का उल्लेख किया है...
हरीशचंद्र...... रोहिलसिद्धि
रज्जील.... मंडोर के प्रतिहारो की वंशावली यहीं से शुरु हुईं थीं....
वत्सराज.... रणहस्तीन
ओसियां के जैन मंदिरों का निर्माण करवाया था
नागभट्ट ने राजधानी मंडोर से मेड़ता स्थापित करी थी....
मिहिरभोज... आदिवराह, प्रभास्पाटन
अरब यात्री सुलेमान मिहिर भोज के समय भारत आया था...... इन्होंने मिहिर भोज को इस्लाम का शत्रु और अरबों का मित्र कहा.....
महेंद्रपाल प्रथम...... इनका दरबारी कवि राजशेखर था....
महिपाल....1...... इनका भी दरबारी कवि राजशेखर था....
यशपाल प्रतिहार वंश का अंतिम शासक था...
नेणसी ने प्रतिहारो की 26 शाखाओं का उल्लेख किया है...
हरीशचंद्र...... रोहिलसिद्धि
रज्जील.... मंडोर के प्रतिहारो की वंशावली यहीं से शुरु हुईं थीं....
वत्सराज.... रणहस्तीन
ओसियां के जैन मंदिरों का निर्माण करवाया था
नागभट्ट ने राजधानी मंडोर से मेड़ता स्थापित करी थी....
मिहिरभोज... आदिवराह, प्रभास्पाटन
अरब यात्री सुलेमान मिहिर भोज के समय भारत आया था...... इन्होंने मिहिर भोज को इस्लाम का शत्रु और अरबों का मित्र कहा.....
महेंद्रपाल प्रथम...... इनका दरबारी कवि राजशेखर था....
महिपाल....1...... इनका भी दरबारी कवि राजशेखर था....
यशपाल प्रतिहार वंश का अंतिम शासक था...