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मतलब की दुनिया थी,
फरेब का जमाना था।
दिल मे दुश्मनी थी और
दोस्ती का बहाना था।
समय की कीमत अखबार से पूछो,
जो सुबह चाय के साथ होता है,
वही रात को रद्दी हो जाता है।
ज़िन्दगी मे जो भी हासिल करना हो,
उसे वक्त पर हासिल करो,
क्योंकि ज़िन्दगी मौके कम
और अफसोस ज्यादा देती हैं।
Agree 👍 ❤️ No 👎
━──────────────────━
❂✧☞ 𝗝𝗢𝗜𝗡➠ हिंदी शायरी 🎚️
❂✧☞ 𝗝𝗢𝗜𝗡➠अच्छी-अच्छी बातें 🎚️
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फरेब का जमाना था।
दिल मे दुश्मनी थी और
दोस्ती का बहाना था।
समय की कीमत अखबार से पूछो,
जो सुबह चाय के साथ होता है,
वही रात को रद्दी हो जाता है।
ज़िन्दगी मे जो भी हासिल करना हो,
उसे वक्त पर हासिल करो,
क्योंकि ज़िन्दगी मौके कम
और अफसोस ज्यादा देती हैं।
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