Forward from: इंद्र Meena
एक बार एक सेठ के घर इनकम टैक्स का छापा पड़ा।
इनकम टैक्स अफसरः बाकी तो ठीक है सेठजी,
लेकिन आपने कुत्तों को जलेबी खिलाने
का खर्चा 5 लाख रुपये जो लिखे हैं,
उससे हम संतुष्ट नहीं हैं।
क्या आप इसका कोई पक्का दस्तावेज
या बिल या कोई प्रूफ दिखा सकते हैं?
सेठः जी नहीं, इसका तो कोई प्रूफ
या दस्तावेज नहीं है मेरे पास।
इनकम टैक्स अफसरः सेठजी, ये तो दिक्कत
हो गई। हां, एक रास्ता है। यदि आप
हमें 25,000 रुपये दे दें तो हम बात
को यहीं रफा-दफा कर देंगे।
सेठजी मान गए और बोले कि ठीक है साहब,
मैं आपको 25,000 दे देता हूं।
सेठ ने अपने मुनीम को आवाज लगाई
और कहाः मुनीम जी, इन लोगों को 25,000 रुपये
दे दो और खाते में लिख देना कुत्तों ने
25,000 की जलेबियां और खाई।
इनकम टैक्स अफसरः बाकी तो ठीक है सेठजी,
लेकिन आपने कुत्तों को जलेबी खिलाने
का खर्चा 5 लाख रुपये जो लिखे हैं,
उससे हम संतुष्ट नहीं हैं।
क्या आप इसका कोई पक्का दस्तावेज
या बिल या कोई प्रूफ दिखा सकते हैं?
सेठः जी नहीं, इसका तो कोई प्रूफ
या दस्तावेज नहीं है मेरे पास।
इनकम टैक्स अफसरः सेठजी, ये तो दिक्कत
हो गई। हां, एक रास्ता है। यदि आप
हमें 25,000 रुपये दे दें तो हम बात
को यहीं रफा-दफा कर देंगे।
सेठजी मान गए और बोले कि ठीक है साहब,
मैं आपको 25,000 दे देता हूं।
सेठ ने अपने मुनीम को आवाज लगाई
और कहाः मुनीम जी, इन लोगों को 25,000 रुपये
दे दो और खाते में लिख देना कुत्तों ने
25,000 की जलेबियां और खाई।