Forward from: ✨🖤 टूटते अल्फ़ाज़ ✨🖤
"सृष्टि में !
दो ही रंग हैं, काला और सफ़ेद
दो ही ध्वनियाँ हैं, शोर और सन्नाटा
दो ही दुःख हैं, बाढ़ और सूखा
दो ही मौसम हैं, मिलन और वियोग
दो ही एहसास हैं, ठंडक और गर्मी
~ दो ही जीव हैं, तुम और मैं "।🧡♥️
दो ही रंग हैं, काला और सफ़ेद
दो ही ध्वनियाँ हैं, शोर और सन्नाटा
दो ही दुःख हैं, बाढ़ और सूखा
दो ही मौसम हैं, मिलन और वियोग
दो ही एहसास हैं, ठंडक और गर्मी
~ दो ही जीव हैं, तुम और मैं "।🧡♥️