बेनाम शायर💌✍️


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मेरे पोस्ट्स📩 एक नशे की तरह है
एक बार आदत पड़ गई
तो बिना पढ़े 📖 रह पाना मुश्किल होगा
इशारो इशारो में अपनी बातें रखने का दम रखता हूँ
मैं शायर📝 तो नही हूँ जनाब
मगर सीधा दिल💖 मे कदम रखता हूँ
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होठों का स्पर्श मिले या ना मिले...

किंतु हर प्रेमी को अपनी प्रेमिका के,
माथे को चूमने का
और,
आसुओं के पीने का अधिकार
तो मिलना ही चाहिए.....!!

@kataizaharila


मैं चला भी जाऊँ तो मेरा झूठा ही सही वो प्रेम सहेज लेना तुम..
जैसे मोर के चले जाने के बाद भी उसका पंख सहेजा जाता है

@kataizaharila


मैं अकेला था, अकेला हूं, और अकेला रहूंगा..!
आप आए, साथ दिया, पास रहे, प्यार किया और निकल गए।
"शुक्रिया"
💔💔
@kataizaharila

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#पिंकू_प्रश्न क्या ज्यादा तकलीफ देता है? जिसे पाकर खो दिया हो.. वो या जिसे कभी पा ही न सके हो..
Poll
  •   जिसे पाकर खो दिया हो
  •   जिसे कभी पा ही न सके हो
132 votes


एक सर्द शाम और ठिठुरती हुई वो रास्ते पर खड़ी थी
एकटक उसकी नज़रें गुज़रते हुए लम्हों पर गड़ी थी
कहना था, उसे सुनना था, पर ख़ामोशी बड़ी थी
चाहती थी देना आवाज़, पर बस दबी पड़ी थी
आख़िर गुज़र गया लम्हा, उसको कहाँ कुछ फ़िक्र थी
बस एक सर्द शाम और ठिठुरती हुई वो रास्ते पर खड़ी थी
...
आज भी दिल में उसके बस यही बात चलती जा रही है
देखा क्यूं नही उसने मुड़ के पीछे मैं तो उसके लिए ही खड़ी थी

@kataizaharila


आज कल दर्द कुछ ज्यादा होने लगा है
शायद दिल पत्थर का मोम होने लगा है

@kataizaharila ©


मुझे जब भी प्रेम को स्थापित करने का अवसर मिलेगा
मैं चूमूंगा तुम्हारा माथा
सुना है
किसी स्त्री का माथा चूमना
आत्मा को छूने जैसा है

गर कभी मिलना हुआ तुमसे तो
मैं तुम्हे
होटल,
बार,
रेस्टोरेंट में नहीं
किसी मंदिर में सीढियों पर मिलूंगा
ताकि ईश्वर की गवाही में
तुम्हें गले लगा सकूं
और ईश्वर के अस्तित्व तक
तुमसे जुदा ना होना पड़े

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

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मैं किस से जा के कहुं हाल ए दिल अपना..
मेरे दुःख से वाक़िफ तो मेरी मां भी नहीं है 😔

@kataizaharila


सुनो प्रिए...

मैं सदा ऋणी रहूंगा, इस मित्रता, प्रेम और सम्मान का
जो मिला तुमसे, इस स्नेह का...

और जिस तरह तुम साथ रही मेरे...
"मेरे उदास दिनों के साथी मैं सदा ऋणी रहूंगा तुम्हारा"🧡♥️

@kataizaharila


"बस चेहरा बदला है
दिल वही पुराना लिए बैठा हूं मैं...
...
शायर हूं शायरी की कसम
इश्क़ आज भी तुमसे किया बैठा हूं मैं..."
@kataizaharila


सुनो प्रिए...

मुझे अक्सर रातों में याद आने लगती है, हर वो बात जो घंटो तक मैने सारे जरूरी काम छोड़कर तुम्हारे साथ सिर्फ तुम्हे सुनने के लिए की थी, जिनका कोई विशेष औचित्य नहीं था...

और फिर मुझे याद आने लगते है वो पल जो मैने दुनियादारी की परवाह किए बगैर तुम्हारे साथ बिता दिए...
और मुझे याद आती है वो तारीखे जिनका महत्व कभी तुमने जताया...
वो सारी बाते जो तुमने मुझे अच्छा दिखने अच्छा लगने के लिए बताया....

जब मैं आंखें बंद कर इन सब बातों को सोचता हूं तो ये आंखे तुम्हे याद करके गर्म होकर पिघलने लगती है...

लेकिन! अब मैं सोख लेना चाहता हूं वो सारी बाते जो मुझे अंदर ही अंदर जख्मी कर रही है
हो सके तो किसी रोज़ आकर और इन जख्मों का मरहम दे जाना
🖤🤍

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila


बहानों से बेहतर हैं कि बाहों मे आ जाना,
शाम होते ही तय ठिकानों पर आ जाना!

लिखने को तो लिखते हैं रोज हम नया कुछ,
तू बनकर के हूर कभी फसानों में आ जाना!

जिंदगी भर होना है मदहोश तेरे खुमार में,
बनकर के नशा कभी होंठो को छू जाना!

@kataizaharila


१२.०५.२०२४
मातृ दिवस विशेष (Mother's Day):


चाहत बढ़ जाती है, जब हद से ज्यादा,
थक जाऊं जब, कमजोर हो जाए इरादा,
खुद को मैं सम्हालता हूं, समझता हूं,
तब मैं अपने मन का तीरथ कर आता हूं.....

अंधकार घना जब छाए, जी बहुत घबराता,
मिलता है जब धोखा, मिला हुआ छूट जाता,
बेआवाज अकेले रोता हूं, थोड़ा सा पछताता हूं,
फिर शांति की तलाश में, गुहारता चिल्लाता हूं।
तब मैं अपने मन का तीरथ कर आता हूं.....

होते उतार चढ़ाव जीवन में, राह मिले पथरीली,
मुश्किलों की धूप में तपती, मंजिल हो कंटीली,
निडर हो बढ़ना सीखा, तनिक न मैं घबराता हूं,
संघर्षों से कर संघर्ष, ले शंख, जयनाद बजाता हूं।
तब मैं अपने मन का तीरथ कर आता हूं.....

जिम्मेदारियां हैं कांधों पर, घर से बहुत दूर हुआ,
दिल में कसक छूटने की, पर ‘बेतौल’ मजबूर हुआ,
आशीष स्नेह की चाहत में, मैं विचलित हो जाता हूं,
अब आंसू पीना सीख लिया, झूठा ही मुस्कुराता हूं।
तब मैं अपने मन का तीरथ कर आता हूं.....

झुर्रियों भरे चेहरे की वो आंखें, मेरा जीवन संबल हैं,
कांपते डगमग वो हाथ पैर, मेरे लिए बहुत प्रबल हैं,
थक जाता जब जीवन में, मैं तीरथ कर आता हूं,
तीर्थ चरण मात-पिता के, मैं मां के घर आ जाता हूं।
तब मैं अपने मन का ये तीरथ कर आता हूं.....।

@kataizaharila


सुनो प्रिए...

हो सके तो!
अपना नंबर मत बदलना..

तुम्हारा नंबर न बदलना
मुझे और मेरे उम्मीद को जीवंत रखने में सहायक होगी

-और ये यकीं रखना
कि! इक रोज़ मैं आवाज़ दूंगा तुम्हें🖤🤍

@kataizaharila


मैं भौतिकी का छात्र हूं!
मैं तुम्हें स्थान,काल,गति,द्रव्य,बल,ऊर्जा विद्युत,प्रकाश,उष्मा,ध्वनि आदि में निरंतर ढूंढ रहा हूं! और तुममें हीं विलीन होना चाहता हूं!✨

@kataizaharila


"मैं तुम्हारे लिए लिखुंगा एक लविता"
"अरे ये लविता क्या होती है
तुम तो कविता लिखते हो न??"

"लविता….अच्छा लविता नहीं जानती???
लविता में कभी विरह नहीं होती
मिलन भी नहीं
बिछुड़न भी नहीं
लविता में दर्द नहीं होता
लविता में कभी नफरत नहीं होती।"

"वाहः...ऐसी होती है लविता???
तो फिर लिखो न मेरे लिए लविता"

"ह्म्म्म…...लो पढ़ो अपनी लविता"
"मैं जानता हूँ,
तुम और मैं कभी एक न हो सकेंगे
और ये भी जानता हूँ कि
जरूरी नहीं हम एक हों
पर सच ये है कि हम दो भी तो नहीं

मैंने कभी तुम्हारा हाथ नहीं छुआ
पर तुम मेरी रूह को छू लेती हो
'सुनो…'कहकर चुप हो जाती हो
तो मैं तुम्हारे एक 'सुनो…' के
एक हजार अर्थ समझता हूँ

'हम्म्म्म….' मैं ये कहता हूँ
तो दो हजार मतलब समझती हो
मेरे 'ह्म्म्म….' के
अच्छा सुनो, दुनिया की कोई भी ताकत
ये बदल नहीं सकती
कि तुम किसी और की हो
मैं किसी और का
पर हमें ऐसा लगता है
हम दोनों एक दूसरे के सिवाय
किसी के नही हैं

अच्छा सुनो, सुन रही हो न
न मुझे न तुम्हें, दोनों को ही
शरीर से कोई लेना देना नहीं है
न मैं खूबसूरत हूँ , न तुम कमसिन
पर हम एक दूजे के लिए चाँद सितारे हैं
जो आसमान में साथ चमकते हैं
न मैं इस लविता में तुम्हारा घर टूटने दूँगा
न तुम मेरा,
नहीं है न अपनी लविता में
विरह, मिलन, बिछड़न, दर्द नफरत"

"हाँ, सच में, तुम्हारी ये लविता तो
कविता से बहुत सुंदर है।"
"हाँ क्योंकि ये वो कविता है
जो लव में लिखी है
और बन गई है लविता"
"तो सुनो फिर तुम
लहानी और लजल भी लिखना"
"ये क्या बला हैं??"
"अरे बाबा, लव कहानी, और लव गजल"
"धत्त तेरी पगली कहीं की।"
"तू लपगला, लभोकाल..
और भी न जाने क्या क्या"
"अब ये क्या???"
"लव पागल, लव भोकाल...☺️"
"तू लबुद्धु," "अच्छा लव बुद्धू न।"
"हाँ वही"
हा हा हा

@kataizaharila


वो: सुनो, इस जन्म में तो हम नहीं मिल सके पर अगले जन्म में ज़रूर मिलेंगे..."ज़रूर" !!!

मैं: तुम झूठ बोल रही हो, याद करो...तुमने पिछले जन्म में भी यही वादा किया था!

वो:..............!!!🖤🤍

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila


जॉन एलिया कहते हैं:
मुझको अपने मरने का गम नहीं
हाय मैं तुझसे बिछड़ जाऊंगा

जवाब में परवीन शाकिर कहते हैं:
वक्त-ए-रुखसत आ गया, दिल फिर भी घबराया नहीं
उसको हम क्या खोएंगे, जिसको कभी पाया ही नहीं

@kataizaharila


जानता हूँ तुम सो गई हो, मुझे पढ़ते हुए ,,
मगर में रातभर जागूँगा, तुम्हे लिखते हुए ।
@kataizaharila


तुम्हें पाना..
तुम्हे सजाना..
और सजाकर तुम्हें निहारने का सपना, मेरा कोरा सपना ही रह गया। किन्तु इसका मतलब ये नहीं कि हम तुम्हें पाना नहीं चाहते, तुम्हें ध्याहना नहीं चाहते..
चाहते हैं बहुत बेसब्री से..

ऐसे ही किसी किनारे जब तुम घाट किनारे पैर डाले अपने प्रियतम कि बातों में मशगूल होगी तब माँ गंगा में प्रवाहित मेरी अस्थियाँ, तुम्हारे चरणों को छूकर, उस अभिशाप को सदैव के लिए खत्म कर देंगी जिसने.. तुमको मेरा न होने दिया..

और यही नहीं...
सदैव के लिए विदा ले लेंगे इस मायावी दुनिया से जिसमें प्रेम, परित्याग और परायणता के लिए कोई जगह नहीं.. क्योंकि हम जैसे प्रेमियों के लिए प्रेम की प्रतिष्ठा ही सब कुछ हैं, बिना इसके सब शून्य..

जैसे..
बिन शिव के संसार..!!

महादेव
❣️❣️
#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila

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