तुझे मेरी हकिकत का
पता कुछ भी नहीं,
इलजाम हजारो हैंऔर
खता कुछ भी नहीं,
ना पढ सकेगा कोई
मेरे दिल की हकिकत,
हर पन्ना भरा है और
लिखा कुछ भी नहीं....
✨✨🐾✨✨
पता कुछ भी नहीं,
इलजाम हजारो हैंऔर
खता कुछ भी नहीं,
ना पढ सकेगा कोई
मेरे दिल की हकिकत,
हर पन्ना भरा है और
लिखा कुछ भी नहीं....
✨✨🐾✨✨