जब कोई इंसान दुनिया से विदा होने लगता है तो तुरंत उसके कपड़े उसका बिस्तर उसके द्वारा इस्तेमाल किया हुआ सभी समान उसी के साथ घर से निकाल दिए जाते हैं।
पर कभी कोई उसके द्वारा कमाया गया धन-दौलत, प्रॉपर्टी उसका घर उसका पैसा उसके जेवरात आदि।
इन सब को क्यों नहीं छोड़ते, बल्कि गले का हार, सोने के अंगूठी भी खींचकर निकाल लिया जाता है। इससे पता चलता है कि रिश्ता किन चीजों से था।
लेकिन आपके द्वारा कमाया हुआ पुण्य परोपकार आपका नाम इसे कोई नहीं छीन सकता। इसलिए दोस्तों.. हार्ड जले ज्यूँ लकड़ी, केस जले ज्यूँ घास। कंचन जैसी काया जल गई कोई ना आया पास।।
इसलिए मित्रों ऐसा काम करो कि मरने के बाद लोग तुम्हारे धन के कारण नहीं मन के कारण नाम ले।
पर कभी कोई उसके द्वारा कमाया गया धन-दौलत, प्रॉपर्टी उसका घर उसका पैसा उसके जेवरात आदि।
इन सब को क्यों नहीं छोड़ते, बल्कि गले का हार, सोने के अंगूठी भी खींचकर निकाल लिया जाता है। इससे पता चलता है कि रिश्ता किन चीजों से था।
लेकिन आपके द्वारा कमाया हुआ पुण्य परोपकार आपका नाम इसे कोई नहीं छीन सकता। इसलिए दोस्तों.. हार्ड जले ज्यूँ लकड़ी, केस जले ज्यूँ घास। कंचन जैसी काया जल गई कोई ना आया पास।।
इसलिए मित्रों ऐसा काम करो कि मरने के बाद लोग तुम्हारे धन के कारण नहीं मन के कारण नाम ले।