जो इंसान दूसरों को हमेशा
शक की निगाह से देखता है,
वो हकीकत में अपनी ही
बुराइयों को दूसरों में
तलाश रहा होता है।
शक की निगाह से देखता है,
वो हकीकत में अपनी ही
बुराइयों को दूसरों में
तलाश रहा होता है।