हिंदी कविता कहानी विशेष
नारी: शक्ति, रूप और सम्मान
नारी है शक्ति, नारी है نور,
नारी के बिना अधूरा है संसार का सूर।
ममता की मूरत, करुणा की खान,
त्याग में ऊँची, स्नेह में महान।
माँ, बहन, बेटी, या हो पत्नी,
हर रूप में जग की ज्योति बनती।
संघर्ष की राहों में जो चलती,
हर बाधा से fearless टकराती।
सम्मान करो, नारी का मान रखो,
सशक्त बने, बस इतना ध्यान रखो।
हर दिन नारी दिवस बने,
हर नारी के सपने साकार रहें।
Happy women's day
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