तुम मेरी सोच हो तो तुम्हें
कोई और सोचे ही तो क्यों सोचे!
जब तुम मेरी चाहत हो
तो तुम्हें कोई और चाहें ही तो क्यों चाहें!
तुम मेरा आईना हो तो तुम्हें
कोई और देखे ही तो क्यों देखे!
तुम मेरी दुआ हो तो तुम्हें
कोई और मांगे क्यों ही तो क्यों मांगे!
हद_है जब तुम पर मेरा हक है
तो और कोई हक जताये ही तो क्यों जताये!
@i_harshitt_09
@sayarilover
कोई और सोचे ही तो क्यों सोचे!
जब तुम मेरी चाहत हो
तो तुम्हें कोई और चाहें ही तो क्यों चाहें!
तुम मेरा आईना हो तो तुम्हें
कोई और देखे ही तो क्यों देखे!
तुम मेरी दुआ हो तो तुम्हें
कोई और मांगे क्यों ही तो क्यों मांगे!
हद_है जब तुम पर मेरा हक है
तो और कोई हक जताये ही तो क्यों जताये!
@i_harshitt_09
@sayarilover