*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 12 दिसम्बर 2024*
*⛅दिन - गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमन्त*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - द्वादशी रात्रि 10:26 तक, तत्पश्चात त्रयोदशी*
*⛅नक्षत्र - अश्विनी प्रातः 09:52 तक तत्पश्चात भरणी*
*⛅योग - परिघ दोपहर 03:23 तक तत्पश्चात शिव*
*⛅राहु काल - दोपहर 01:54 से दोपहर 03:15 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:14*
*⛅सूर्यास्त - 05:51*
*⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:25 से 06:18 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:12 से दोपहर 12:55 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:07 दिसम्बर 13 से रात्रि 01:00 दिसम्बर 13 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - मत्स्य द्वादशी, सर्वार्थ सिद्धि योग (प्रातः 07:11 से प्रातः 09:52 तक)*
*⛅विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔷सिर व बालों की समस्याओं से बचने हेतु🔷*
*🔸सर्वांगासन ठीक ढंग से करते रहने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं, बाल झड़ने बंद हो जाते हैं और जल्दी सफेद नहीं होते अपितु काले, चमकीले और सुंदर बन जाते हैं । आँवले का रस कभी – कभी बालों की जड़ों में लगाने से उनका झड़ना बंद हो जाता है । ( सर्वांगासन की विधि आदि पढ़े आश्रम से प्रकाशित पुस्तक ‘योगासन’ के पृष्ठ १५ पर । )*
*🔸युवावस्था से ही दोनों समय भोजन करने के बाद वज्रासन में बैठकर दो – तीन मिनट तक लकड़ी की कंघी सिर में घुमाने से बाल जल्दी सफेद नहीं होते तथा बाल और मस्तिष्क की पीड़ा संबंधी रोग नहीं होते । सिरदर्द दूर होकर मस्तिष्क बलवान बनता है । बालों का जल्दी गिरना, सिर की खुजली व गर्मी आदि रोग दूर होने में सहायता मिलती है । गोझरण अर्क में पानी मिलाकर बालों को मलने से वे मुलायम, पवित्र, रेशम जैसे हो जाते हैं । घरेलू उपाय बाजारू चीजों से सात्त्विक, सचोट और सस्ते हैं ।*
*स्त्रोत – ऋषिप्रसाद –जून २०१६ से*
*🔹प्यास व भूख लगने पर..*
*प्यास लगे तो जल पियें, भूख तो भोजन खायें ।*
*भ्रमण करे नित भोर में, ता घर वैद्य न जायें ।।*
*जो सदा प्यास लगने पर ही पानी पीता है, भूख लगने पर ही भोजन करता है और नियमितरुप से प्रात:काल में भ्रमण करता है, उसके घर वैद्य नहीं जाते, अर्थात वह स्वस्थ्य रहता है ।*
*ऋषिप्रसाद – दिसम्बर २०२० से*
*⛅दिनांक - 12 दिसम्बर 2024*
*⛅दिन - गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमन्त*
*⛅मास - मार्गशीर्ष*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - द्वादशी रात्रि 10:26 तक, तत्पश्चात त्रयोदशी*
*⛅नक्षत्र - अश्विनी प्रातः 09:52 तक तत्पश्चात भरणी*
*⛅योग - परिघ दोपहर 03:23 तक तत्पश्चात शिव*
*⛅राहु काल - दोपहर 01:54 से दोपहर 03:15 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:14*
*⛅सूर्यास्त - 05:51*
*⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:25 से 06:18 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:12 से दोपहर 12:55 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:07 दिसम्बर 13 से रात्रि 01:00 दिसम्बर 13 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - मत्स्य द्वादशी, सर्वार्थ सिद्धि योग (प्रातः 07:11 से प्रातः 09:52 तक)*
*⛅विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔷सिर व बालों की समस्याओं से बचने हेतु🔷*
*🔸सर्वांगासन ठीक ढंग से करते रहने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं, बाल झड़ने बंद हो जाते हैं और जल्दी सफेद नहीं होते अपितु काले, चमकीले और सुंदर बन जाते हैं । आँवले का रस कभी – कभी बालों की जड़ों में लगाने से उनका झड़ना बंद हो जाता है । ( सर्वांगासन की विधि आदि पढ़े आश्रम से प्रकाशित पुस्तक ‘योगासन’ के पृष्ठ १५ पर । )*
*🔸युवावस्था से ही दोनों समय भोजन करने के बाद वज्रासन में बैठकर दो – तीन मिनट तक लकड़ी की कंघी सिर में घुमाने से बाल जल्दी सफेद नहीं होते तथा बाल और मस्तिष्क की पीड़ा संबंधी रोग नहीं होते । सिरदर्द दूर होकर मस्तिष्क बलवान बनता है । बालों का जल्दी गिरना, सिर की खुजली व गर्मी आदि रोग दूर होने में सहायता मिलती है । गोझरण अर्क में पानी मिलाकर बालों को मलने से वे मुलायम, पवित्र, रेशम जैसे हो जाते हैं । घरेलू उपाय बाजारू चीजों से सात्त्विक, सचोट और सस्ते हैं ।*
*स्त्रोत – ऋषिप्रसाद –जून २०१६ से*
*🔹प्यास व भूख लगने पर..*
*प्यास लगे तो जल पियें, भूख तो भोजन खायें ।*
*भ्रमण करे नित भोर में, ता घर वैद्य न जायें ।।*
*जो सदा प्यास लगने पर ही पानी पीता है, भूख लगने पर ही भोजन करता है और नियमितरुप से प्रात:काल में भ्रमण करता है, उसके घर वैद्य नहीं जाते, अर्थात वह स्वस्थ्य रहता है ।*
*ऋषिप्रसाद – दिसम्बर २०२० से*