🌐🌐विटामिन की कमी से होने वाले रोग का विस्तृत रूप एवं विभिन्न कार्यों के बारे में
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🔤विटामिन ए (रेटिनॉल)- वृद्धि रुकना रतौंधी व जीरफ्थेल्मिया, संक्रमण के प्रति प्रभाव्यता, त्वचा और झिल्लियों में परिवर्तन का आना, दोषपूर्ण दाँत आदि।
🔤विटामिन बी1(थायमिन) -- वृद्धि का रुकना, भूख और वजन का घटना, तंत्रिका विकास, बेरी-बेरी, थकान का होना, बदहजमी, पेट की खराबी आदि।
🔤विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) - वृद्धि का रुकना, धुधली दृष्टि का होना, जीभ पर छाले का पड़ जाना, असमय बुढ़ापा आना, प्रकाश न सह पाना आदि।
🔤विटामिन बी3 (निआसिन) - जीभ का चिकनापन, त्वचा पर फोड़े फुंसी होना, पाचन क्रिया में गड़बड़ी, मानसिक विकारों का होना आदि।
🔤विटामिन बी5 (पैंटोथेनिक एसिड) - पेशियों में लकवा, पैरों में जलन आदि।
🔤विटामिन बी6 (पाईरिडॉक्सिन) - त्वचा रोग, मस्तिष्क का ठीक से काम ना करना, शरीर का भार कम होना, अनीमिया आदि।
🔤विटामिन बी7 (बायोटिन) - लकवा की शिकायत, शरीर में दर्द, बालों का गिरना तथा वृद्धि में कमी आदि।
🔤विटामिन बी9 (फोलेट/ फोलिक एसिड) - अनीमिया तथा पेचिश, थकान, कमज़ोरी, मुंह में छाले और तंत्रिका संबंधी समस्याएँआदि।
🔤विटामिन बी12 (साइनोकोबालामीन) - रुधिर की कमी।
🔠विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) - मसूड़े फूलना, अस्थियों के चारों ओर श्राव, जरा सी चोट पर रुधिर निकलना (स्कर्वी), अस्थियाँ कमजोर होना आदि।
🔠विटामिन डी (कैल्सिफेरॉल) - सूखा रोग (रिकेट्स), कमजोर दाँत, दाँतों का सड़ना आदि।
🔠विटामिन E (टोकोफेरॉल) - जनन शक्ति का कम होना।
🔠विटामिन K (फाईलोक्विनॉन) - रुधिर का स्राव होना, ऐंठन, हीमोफीलिया आदि।
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🔤विटामिन ए (रेटिनॉल)- वृद्धि रुकना रतौंधी व जीरफ्थेल्मिया, संक्रमण के प्रति प्रभाव्यता, त्वचा और झिल्लियों में परिवर्तन का आना, दोषपूर्ण दाँत आदि।
🔤विटामिन बी1(थायमिन) -- वृद्धि का रुकना, भूख और वजन का घटना, तंत्रिका विकास, बेरी-बेरी, थकान का होना, बदहजमी, पेट की खराबी आदि।
🔤विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) - वृद्धि का रुकना, धुधली दृष्टि का होना, जीभ पर छाले का पड़ जाना, असमय बुढ़ापा आना, प्रकाश न सह पाना आदि।
🔤विटामिन बी3 (निआसिन) - जीभ का चिकनापन, त्वचा पर फोड़े फुंसी होना, पाचन क्रिया में गड़बड़ी, मानसिक विकारों का होना आदि।
🔤विटामिन बी5 (पैंटोथेनिक एसिड) - पेशियों में लकवा, पैरों में जलन आदि।
🔤विटामिन बी6 (पाईरिडॉक्सिन) - त्वचा रोग, मस्तिष्क का ठीक से काम ना करना, शरीर का भार कम होना, अनीमिया आदि।
🔤विटामिन बी7 (बायोटिन) - लकवा की शिकायत, शरीर में दर्द, बालों का गिरना तथा वृद्धि में कमी आदि।
🔤विटामिन बी9 (फोलेट/ फोलिक एसिड) - अनीमिया तथा पेचिश, थकान, कमज़ोरी, मुंह में छाले और तंत्रिका संबंधी समस्याएँआदि।
🔤विटामिन बी12 (साइनोकोबालामीन) - रुधिर की कमी।
🔠विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) - मसूड़े फूलना, अस्थियों के चारों ओर श्राव, जरा सी चोट पर रुधिर निकलना (स्कर्वी), अस्थियाँ कमजोर होना आदि।
🔠विटामिन डी (कैल्सिफेरॉल) - सूखा रोग (रिकेट्स), कमजोर दाँत, दाँतों का सड़ना आदि।
🔠विटामिन E (टोकोफेरॉल) - जनन शक्ति का कम होना।
🔠विटामिन K (फाईलोक्विनॉन) - रुधिर का स्राव होना, ऐंठन, हीमोफीलिया आदि।
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