📝I AM THE ONE TASK Series♥️✨
हे भारत के वीर भाइयों और बहनो क्यों निराश हो? क्यों हताश हो?🤔
कब तक मन की गुलामी करते हुए जीओगे?? आखिर कब तक क्षणिक सुख के पीछे पागल बन रोते रहोगे?? क्योंकि ये अदभुत जवानी हमें व्यर्थ गवाने के लिए नही मिली है??
धिक्कार है ऐसी जवानी पर जो सिर्फ कंचन कामिनी के पीछे ही बरबाद हो जाती है☑️
अतः
उठो जागो और तब तक मत रुको
जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।
🔥जवानी एक धधकती आग है🔥
चाहो तो खुद को भोगो में जलाकर जवानी को राख कर दो। या फिर इसी आग में तपकर दुनिया के अंधकार और अज्ञानता को जला कर राख कर दो।
अब राख कौनसी चुननी है? ये निर्णय हमें करना है। यही टास्क है✅
क्योंकि जैसा तुम सोचोगे वैसा बन जाओगे, यदि खुद को दुर्बल समझोगे तो दुर्बल और सबल समझोगे तो सबल हो जाओगे By स्वामी विवेकानंद
यह विचार हमें वो सबकुछ दे सकता है, जो हम चाहते है। यही हमारे distractions का अंत कर हमें ऊर्जावान बनाने में सक्षम है,
Never फॉरगेट:
ठंडा है जो खून नही पानी है
यह भी क्या खाक जवानी है
जो संयम में जलकर तपता है
दुनिया उसी यौवन की दीवानी है☑️
ओनली single शेयर For Great वाइब्स...
🌻🌻🌻
हे भारत के वीर भाइयों और बहनो क्यों निराश हो? क्यों हताश हो?🤔
कब तक मन की गुलामी करते हुए जीओगे?? आखिर कब तक क्षणिक सुख के पीछे पागल बन रोते रहोगे?? क्योंकि ये अदभुत जवानी हमें व्यर्थ गवाने के लिए नही मिली है??
धिक्कार है ऐसी जवानी पर जो सिर्फ कंचन कामिनी के पीछे ही बरबाद हो जाती है☑️
अतः
उठो जागो और तब तक मत रुको
जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।
🔥जवानी एक धधकती आग है🔥
चाहो तो खुद को भोगो में जलाकर जवानी को राख कर दो। या फिर इसी आग में तपकर दुनिया के अंधकार और अज्ञानता को जला कर राख कर दो।
अब राख कौनसी चुननी है? ये निर्णय हमें करना है। यही टास्क है✅
क्योंकि जैसा तुम सोचोगे वैसा बन जाओगे, यदि खुद को दुर्बल समझोगे तो दुर्बल और सबल समझोगे तो सबल हो जाओगे By स्वामी विवेकानंद
यह विचार हमें वो सबकुछ दे सकता है, जो हम चाहते है। यही हमारे distractions का अंत कर हमें ऊर्जावान बनाने में सक्षम है,
Never फॉरगेट:
ठंडा है जो खून नही पानी है
यह भी क्या खाक जवानी है
जो संयम में जलकर तपता है
दुनिया उसी यौवन की दीवानी है☑️
ओनली single शेयर For Great वाइब्स...
🌻🌻🌻