मैं लिख पाऊं अगर कुछ,
तो अपनी नादानियां लिखना चाहूंगी..!!
मैं कह पाऊं अगर कुछ,
तो खुद को बेवकूफ कहना चाहूंगी..!!
मैं समझ पाऊं अगर कुछ,
तो दुनिया की मतलब समझना चाहूंगी..!!
मैं सह पाऊंगी अगर कुछ,
तो कृष्णा सी पीड़ा सहना चाहूंगी..!!
मैं कर पाऊं अगर त्याग,
तो राधा सा सहनसिल बनना चाहूंगी..!!
अगर मैं कर पाऊं प्रेम तो,
पार्वती सी हर जन्म साथ रहना चाहूंगी..!!
अगर मैं बिछड़ गई फिर,
तो शिव सा विरह में तड़पना चाहूंगी..!!🥹🥀
मैं लिख पाऊं अगर कुछ,
तो खुद को पागल लिखना चाहूंगी..!!🥹🥀🥹
तो अपनी नादानियां लिखना चाहूंगी..!!
मैं कह पाऊं अगर कुछ,
तो खुद को बेवकूफ कहना चाहूंगी..!!
मैं समझ पाऊं अगर कुछ,
तो दुनिया की मतलब समझना चाहूंगी..!!
मैं सह पाऊंगी अगर कुछ,
तो कृष्णा सी पीड़ा सहना चाहूंगी..!!
मैं कर पाऊं अगर त्याग,
तो राधा सा सहनसिल बनना चाहूंगी..!!
अगर मैं कर पाऊं प्रेम तो,
पार्वती सी हर जन्म साथ रहना चाहूंगी..!!
अगर मैं बिछड़ गई फिर,
तो शिव सा विरह में तड़पना चाहूंगी..!!🥹🥀
मैं लिख पाऊं अगर कुछ,
तो खुद को पागल लिखना चाहूंगी..!!🥹🥀🥹