401. राजस्थान के अभिलेखों की मुख्य भाषा कौनसी थी — संस्कृत
402. अभिलेखों के अध्ययन को कहा जाता है — एपिग्राफी
403. राजस्थान के अभिलेखों की प्रमुख शैलियाँ है — गद्य व पद्य
404. राजस्थान के अभिलेखों में प्रयुक्त लिपि थी — महाजनी व हर्षलिपि
405. अभिलेख से आशय है —राजाओं की वंशावलियों आदि का वर्णन
406. राजस्थान का सबसे प्राचीनतम अभिलेख कौनसा है — बड़ली का शिलालेख
407. बड़ली का शिलालेख वर्तमान में कहाँ सुरक्षित है — अजमेर
408. बड़ली का शिलालेख पं. गौरीशंकर हीराचंद औझा को मिला — भिलौता माता मंदिर से
409. बड़ली के शिलालेख किस लिपि में उत्कीर्ण किया गया है — ब्राह्मी लिपि
410. राजस्थान में मौर्य सम्राट अशोक के दो अभिलेख मिले है, जो है — 1. भाब्रु 2. बैराठ अभिलेख
402. अभिलेखों के अध्ययन को कहा जाता है — एपिग्राफी
403. राजस्थान के अभिलेखों की प्रमुख शैलियाँ है — गद्य व पद्य
404. राजस्थान के अभिलेखों में प्रयुक्त लिपि थी — महाजनी व हर्षलिपि
405. अभिलेख से आशय है —राजाओं की वंशावलियों आदि का वर्णन
406. राजस्थान का सबसे प्राचीनतम अभिलेख कौनसा है — बड़ली का शिलालेख
407. बड़ली का शिलालेख वर्तमान में कहाँ सुरक्षित है — अजमेर
408. बड़ली का शिलालेख पं. गौरीशंकर हीराचंद औझा को मिला — भिलौता माता मंदिर से
409. बड़ली के शिलालेख किस लिपि में उत्कीर्ण किया गया है — ब्राह्मी लिपि
410. राजस्थान में मौर्य सम्राट अशोक के दो अभिलेख मिले है, जो है — 1. भाब्रु 2. बैराठ अभिलेख