मयखाना भी देखता है हसरत से उसे,
वो जब भी पास से गुज़र जाता है...
बोतलें शराब की सोच कर हैरान हैं, कैसा शख़्स है ये ,
इसे सुरूर इतना कहाँ से आता है...
लड़खड़ाता है और सम्भल भी जाता है,
इसे गिरने से आखिर कौन बचाता है...♥️
वो जब भी पास से गुज़र जाता है...
बोतलें शराब की सोच कर हैरान हैं, कैसा शख़्स है ये ,
इसे सुरूर इतना कहाँ से आता है...
लड़खड़ाता है और सम्भल भी जाता है,
इसे गिरने से आखिर कौन बचाता है...♥️