लफ्जों के इस पार हम और उस पार तुम हो,
कहने को तो दूरियां जैसे कोई सरहद हो,
मगर हम रोज मिलते हैं इन लफ्जों के जरिए,
जैसे मैं कोई नदी और तुम समंदर हो।
#GoodMorning❤️
कहने को तो दूरियां जैसे कोई सरहद हो,
मगर हम रोज मिलते हैं इन लफ्जों के जरिए,
जैसे मैं कोई नदी और तुम समंदर हो।
#GoodMorning❤️