फूल का शाख़ पे आना भी बुरा लगता है,
तू नहीं है तो ज़माना भी बुरा लगता है,..
ऊब जाता हूं ख़मोशी से भी कुछ देर के बाद,
देर तक शोर मचाना भी बुरा लगता है,
इतना खोया हुआ रहता हूं तिरी यादों में,
पास मेरे तिरा आना भी बुरा लगता है..💌
तू नहीं है तो ज़माना भी बुरा लगता है,..
ऊब जाता हूं ख़मोशी से भी कुछ देर के बाद,
देर तक शोर मचाना भी बुरा लगता है,
इतना खोया हुआ रहता हूं तिरी यादों में,
पास मेरे तिरा आना भी बुरा लगता है..💌