🔺वाक्यांश के लिए एक शब्द (गत वर्षों पर आधारित)🔺
■ जो दिखायी न पड़े – अदृश्य, अप्रत्यक्ष
■ जो सदा से चला आ रहा है – अनवरत
■ जो कभी नहीं मरता – अमर्त्य, अमर
■ जो आगे (दूर) की न सोचता हो – अदूरदर्शी
■ जो आगे (दूर) की सोंचता हो – अग्रसोची, दूरदर्शी
■ धरती (पृथ्वी) और आकाश के बीच का स्थान – अंतरिक्ष
■ जिसका कोई अर्थ न हो – अर्थहीन
■ जिस पर आक्रमण न किया गया हो – अनाक्रांत
■ जिसे जीता न जा सके – अजेय
■ बिना वेतन काम करने वाला – अवैतनिक
■ जिसका जन्म पहले हुआ हो (बड़ा भाई) – अग्रज
■ दोपहर के बाद का समय – अपराह्न
■ जो पराजित न किया जा सके – अपराजेय
■ अधिक बढ़ा-चढ़ा कर कहना – अतिशयोक्ति, अतियुक्ति
■ जिसका परिहार (त्याग) न हो सके/जिसको छोड़ा न जा सके – अपरिहार्य
■ जो कानून के प्रतिकूल हो/जो विधि के विरुद्ध हो – अवैध, अविधिक
■ जो समय पर न हो – असामयिक
■ जो अवश्य होने वाला हो – अवश्यम्भावी
■ जिसका विवाह न हुआ हो – अविवाहित
■ जो सबके अन्तःकारण की बात जानने वाला हो – अन्तर्यामी
■ जो दिखायी न पड़े – अदृश्य, अप्रत्यक्ष
■ जो सदा से चला आ रहा है – अनवरत
■ जो कभी नहीं मरता – अमर्त्य, अमर
■ जो आगे (दूर) की न सोचता हो – अदूरदर्शी
■ जो आगे (दूर) की सोंचता हो – अग्रसोची, दूरदर्शी
■ धरती (पृथ्वी) और आकाश के बीच का स्थान – अंतरिक्ष
■ जिसका कोई अर्थ न हो – अर्थहीन
■ जिस पर आक्रमण न किया गया हो – अनाक्रांत
■ जिसे जीता न जा सके – अजेय
■ बिना वेतन काम करने वाला – अवैतनिक
■ जिसका जन्म पहले हुआ हो (बड़ा भाई) – अग्रज
■ दोपहर के बाद का समय – अपराह्न
■ जो पराजित न किया जा सके – अपराजेय
■ अधिक बढ़ा-चढ़ा कर कहना – अतिशयोक्ति, अतियुक्ति
■ जिसका परिहार (त्याग) न हो सके/जिसको छोड़ा न जा सके – अपरिहार्य
■ जो कानून के प्रतिकूल हो/जो विधि के विरुद्ध हो – अवैध, अविधिक
■ जो समय पर न हो – असामयिक
■ जो अवश्य होने वाला हो – अवश्यम्भावी
■ जिसका विवाह न हुआ हो – अविवाहित
■ जो सबके अन्तःकारण की बात जानने वाला हो – अन्तर्यामी