हिंदी व्याकरण - वाक्यांश के लिए एक शब्द 02
जिसका स्पर्श वर्जित हो— अस्पृश्य
जिसका कोई घर न हो— अनिकेत
जिसका कभी अन्त न हो— अनन्त
जिसे जाना न जा सके— अज्ञेय
जिसे करना ज़रूरी हो— अनिवार्य
जिसे क्षमा न किया जा सके— अक्षम्य
जिसे भेदा न जा सके— अभेद्य
जिस पुस्तक मेँ आठ अध्याय होँ— अष्टाध्यायी
जिस स्थान पर कोई न जा सके— अगम्य
जिसका वर्णन न हो सके— अवर्णनीय
जिसकी गिनती न हो सके— अगणनीय
जिसकी कोई उपमा न हो— अनुपम
जिसकी गहराई का पता न लग सके— अथाह
जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो— अधिकृत
जिसे लाँघा न जा सके— अलंघनीय
जिसके आने की तिथि निश्चित न हो— अतिथि
जिसका खंडन न किया जा सके— अखंडनीय
जिसका कोई शत्रु न हो— अजातशत्रु
जिसके समान कोई न हो— अद्वितीय
जिसकी कोई तुलना न हो— अतुलनीय
जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो— अनादि
किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला— अनुयायी
किसी प्रस्ताव का समर्थन करना — अनुमोदन
हृदय की बातेँ जानने वाला— अन्तर्यामी
परम्परा से चली आ रही कथा— अनुश्रुति
सरकार की ओर से जारी सूचना — अधिसूचना
फेँक कर चलाया जाने वाला हथियार— अस्त्र
अपनी बात से न टलने वाला — अटल
अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात— अतिशयोक्ति
किसी संस्था या व्यक्ति के साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— हीरक जयंती
किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— स्वर्ण जयंती
आगे आने वाला— आगामी
जिसका स्पर्श वर्जित हो— अस्पृश्य
जिसका कोई घर न हो— अनिकेत
जिसका कभी अन्त न हो— अनन्त
जिसे जाना न जा सके— अज्ञेय
जिसे करना ज़रूरी हो— अनिवार्य
जिसे क्षमा न किया जा सके— अक्षम्य
जिसे भेदा न जा सके— अभेद्य
जिस पुस्तक मेँ आठ अध्याय होँ— अष्टाध्यायी
जिस स्थान पर कोई न जा सके— अगम्य
जिसका वर्णन न हो सके— अवर्णनीय
जिसकी गिनती न हो सके— अगणनीय
जिसकी कोई उपमा न हो— अनुपम
जिसकी गहराई का पता न लग सके— अथाह
जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो— अधिकृत
जिसे लाँघा न जा सके— अलंघनीय
जिसके आने की तिथि निश्चित न हो— अतिथि
जिसका खंडन न किया जा सके— अखंडनीय
जिसका कोई शत्रु न हो— अजातशत्रु
जिसके समान कोई न हो— अद्वितीय
जिसकी कोई तुलना न हो— अतुलनीय
जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो— अनादि
किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला— अनुयायी
किसी प्रस्ताव का समर्थन करना — अनुमोदन
हृदय की बातेँ जानने वाला— अन्तर्यामी
परम्परा से चली आ रही कथा— अनुश्रुति
सरकार की ओर से जारी सूचना — अधिसूचना
फेँक कर चलाया जाने वाला हथियार— अस्त्र
अपनी बात से न टलने वाला — अटल
अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात— अतिशयोक्ति
किसी संस्था या व्यक्ति के साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— हीरक जयंती
किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य मेँ होने वाला उत्सव— स्वर्ण जयंती
आगे आने वाला— आगामी