अच्छा या बुरा होना सापेक्षिक है l
लोग अपने नजरिए से दूसरों का मूल्यांकन करते हैं l
लोगों की मान्यताओं की बहुत अधिक परवाह करने वाले लोग अधिकतर अपने आप को अच्छा बताने के लिए अनेक आडंबर करते हैं l
पर जो स्वयं को जानते हैं उन्हें किसी दिखावे की जरूरत नहीं होती है , वे जैसे हैं, वैसे ही दिखाई पड़ते हैं !!
लोग अपने नजरिए से दूसरों का मूल्यांकन करते हैं l
लोगों की मान्यताओं की बहुत अधिक परवाह करने वाले लोग अधिकतर अपने आप को अच्छा बताने के लिए अनेक आडंबर करते हैं l
पर जो स्वयं को जानते हैं उन्हें किसी दिखावे की जरूरत नहीं होती है , वे जैसे हैं, वैसे ही दिखाई पड़ते हैं !!