शर्म से डूबने को आंख में पानी दे दे,
कलम को मेरी मोहब्बत की रवानी दे दे।।
मिसाल-ए-इश्क दी जाए जहान में या रब,
मेरे किरदार को ऐसी तू कहानी दे दे।।
अब तो बचपन गुजरते बुजुर्गी आ जाती है,
खुदा इन बच्चों को भी इनकी जवानी दे दे।।
कितनी हो सबकी जिंदगी हसीन खुदा अगर,
सभी को अपने अपने ख्वाबों की रानी दे दे।।
💔💔💔
कलम को मेरी मोहब्बत की रवानी दे दे।।
मिसाल-ए-इश्क दी जाए जहान में या रब,
मेरे किरदार को ऐसी तू कहानी दे दे।।
अब तो बचपन गुजरते बुजुर्गी आ जाती है,
खुदा इन बच्चों को भी इनकी जवानी दे दे।।
कितनी हो सबकी जिंदगी हसीन खुदा अगर,
सभी को अपने अपने ख्वाबों की रानी दे दे।।
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