वो ख्याल रखता है बिल्कुल ख्याल की तरह,
मोहब्बत है या नहीं ये तो है सवाल की तरह,
चाहकर भी निकल न पाए इससे कोई,
जैसे बुना हो ये किसी जाल की तरह,
छुपाने से भी न छुपा पाएं इसे,
अब फैल रहा है ये बवाल की तरह,
चंद दिन ही तो गुजारे है साथ उसके,
लगता बीते हो जैसे कुछ साल की तरह !!
मोहब्बत है या नहीं ये तो है सवाल की तरह,
चाहकर भी निकल न पाए इससे कोई,
जैसे बुना हो ये किसी जाल की तरह,
छुपाने से भी न छुपा पाएं इसे,
अब फैल रहा है ये बवाल की तरह,
चंद दिन ही तो गुजारे है साथ उसके,
लगता बीते हो जैसे कुछ साल की तरह !!