हार
सपने देखे कुछ लोगों ने,
कितनो से वो भी हो न पाया!
हिम्मत है की तुम सोच रहे,
डरते नहीं कठोर वास्तविकता से।
कुछ डर के मारे हार गए,
अपने सपनों को टाल गए !
सपनों को सच करने की मेहनत,
कितनो से वो भी हो न पाया!
तुम जान लगाकर डटे हुए,
बाधाओं से अब तक डरे नहीं।
कुछ डर के मारे हार गए,
अपने सपनों को टाल गए!
अंतिम क्षण में न घबराना,
कितनो से वो भी हो न पाया !
पर तुम्हारा विश्वास अब भी कायम,
तुम डरते नहीं परिणामों से।
कुछ डर के मारे हार गए,
अपने सपनों को टाल गए!
परिणाम आए तो हार स्वीकारना,
कितनो से वो भी हो न पाया!
तुम भी अगर हारे तो चिंतित न होना,
दुबारा प्रयास करने से डरना नहीं।
क्योंकि कुछ डर के मारे हार गए,
अपने सपनों को टाल गए।
सपने देखे कुछ लोगों ने,
कितनो से वो भी हो न पाया!
हिम्मत है की तुम सोच रहे,
डरते नहीं कठोर वास्तविकता से।
कुछ डर के मारे हार गए,
अपने सपनों को टाल गए !
सपनों को सच करने की मेहनत,
कितनो से वो भी हो न पाया!
तुम जान लगाकर डटे हुए,
बाधाओं से अब तक डरे नहीं।
कुछ डर के मारे हार गए,
अपने सपनों को टाल गए!
अंतिम क्षण में न घबराना,
कितनो से वो भी हो न पाया !
पर तुम्हारा विश्वास अब भी कायम,
तुम डरते नहीं परिणामों से।
कुछ डर के मारे हार गए,
अपने सपनों को टाल गए!
परिणाम आए तो हार स्वीकारना,
कितनो से वो भी हो न पाया!
तुम भी अगर हारे तो चिंतित न होना,
दुबारा प्रयास करने से डरना नहीं।
क्योंकि कुछ डर के मारे हार गए,
अपने सपनों को टाल गए।