"वीर्य की रक्षा कीजिए"
याद रखिए कि जिस व्यक्ति के शरीर में वीर्य की मात्रा जितनी ज्यादा जमा होकर रहेगी वह उतना ही अधिक सेहतमंद. तेज़ दिमाग. एक्टिव. कामयाब और खुद पर हौसला रखने वाला होगा।
इस लिए अपने वीर्य की बड़े ध्यान से हिफाज़त और रक्षा करनी चाहिये गैर प्राकृतिक तरीके से निकालना नहीं चाहीये।
यह कीमती पदार्थ मात्र इंसानी नस्ल को आगे बढ़ाने के लिए ही नहीं होता बल्कि इंसानी शरीर की जितनी भी ताकतें सिर के बाल से लेकर पैर के अंगूठे तक हैं वह सब इसी पदार्थ से होकर गुजरती हैं।
यह पदार्थ (वीर्य) जितना गाढ़ा और मजबूत होगा उतना ही शरीर भी हर प्रकार से मजबूत होगा।
इस लिए मैं कहता हूं कि वीर्य की हिफाज़त शरीर और जिंदगी की हिफाज़त है।
याद रखिए कि जिस व्यक्ति के शरीर में वीर्य की मात्रा जितनी ज्यादा जमा होकर रहेगी वह उतना ही अधिक सेहतमंद. तेज़ दिमाग. एक्टिव. कामयाब और खुद पर हौसला रखने वाला होगा।
इस लिए अपने वीर्य की बड़े ध्यान से हिफाज़त और रक्षा करनी चाहिये गैर प्राकृतिक तरीके से निकालना नहीं चाहीये।
यह कीमती पदार्थ मात्र इंसानी नस्ल को आगे बढ़ाने के लिए ही नहीं होता बल्कि इंसानी शरीर की जितनी भी ताकतें सिर के बाल से लेकर पैर के अंगूठे तक हैं वह सब इसी पदार्थ से होकर गुजरती हैं।
यह पदार्थ (वीर्य) जितना गाढ़ा और मजबूत होगा उतना ही शरीर भी हर प्रकार से मजबूत होगा।
इस लिए मैं कहता हूं कि वीर्य की हिफाज़त शरीर और जिंदगी की हिफाज़त है।