पुरुष और नारी, ना कोई हल्का ना कोई भारी
दोनों अपने कर्म करते जब आती उनकी बारी
प्रेम,विश्वास और सत्य से बंधे हुए है दोनो
सावित्री का तप ये बंधन विष के शिव अधिकारी
🙏
दोनों अपने कर्म करते जब आती उनकी बारी
प्रेम,विश्वास और सत्य से बंधे हुए है दोनो
सावित्री का तप ये बंधन विष के शिव अधिकारी
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