•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
सुनो,
मेरी जान,
तुम, इतना क्यों फिर याद आ रहे हो,
मेरी जान तुम ही हो क्या..
अच्छा अच्छा ,सुनो ना,
तुम इतना अब क्यों इतरा रहे हो.
सच सच कहो ना,
मेरी जान तुम ही हो क्या..
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
#m_rwriter
#incomplete
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️
सुनो,
मेरी जान,
तुम, इतना क्यों फिर याद आ रहे हो,
मेरी जान तुम ही हो क्या..
अच्छा अच्छा ,सुनो ना,
तुम इतना अब क्यों इतरा रहे हो.
सच सच कहो ना,
मेरी जान तुम ही हो क्या..
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
#m_rwriter
#incomplete
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