धर्मादर्थः प्रभवति धर्मात्प्रभवते सुखम्।
धर्मेण लभते सर्वं धर्मसारमिदं जगत्॥
धर्म धन लाता है। धर्म सुख लाता है। धर्म सब लाता है। वास्तव में संसार का सार
धर्म ही है।य 🚩
धर्म धन का कारण है। धर्म सुख का कारण है। धर्म सब का कारण है। वास्तव में संसार का सार धर्म ही है।
वाल्मीकिरामायणम् 3.9.31
सभी देशवासियों को दशहरा पर्व को हार्दिक शुभकामनाएं।
सियापति रामचंद्र की ज