◾️ Cathode Ray Tube (CRT): यह एक तकनीक है जिसका इस्तेमाल पुराने कंप्यूटर और टेलीविजन में किया जाता है। CRT एक विशेष प्रकार की वैक्यूम ट्यूब (vacuum tube) है जिसमें एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक बीम होती है जो फॉस्फोरसेंट सतह (phosphorescent surface) पर टकराती है जिसके कारण स्क्रीन पर चित्र दिखाए देते हैं।
👉 CRT एक ऐसी डिवाइस है जो इलेक्ट्रिकल सिग्नल को विडियो सिग्नल में बदल देता है। जिसके कारण हमें स्क्रीन पर चित्र दिखाई देते हैं।
👉 CRT एक डिस्प्ले है जो वीडियो सिग्नल के रूप में चित्रों को बनाती है। यह डिस्प्ले टीवी और मॉनिटर में चित्रों और वीडियो को दिखाने में मदद करती है।
👉 इस ट्यूब में एक या एक से अधिक electron guns और एक फॉस्फोर सतह (phosphor surface) होता है जो चीज़ो को स्क्रीन पर दिखाने में मदद करता है।
👉 इसमें तीन रंग (लाल, हरा और नीला) के electron guns होते है जिन्हे हम शार्ट फॉर्म में RGB कहते है।
CRT को पिक्चर ट्यूब के नाम से भी जाना जाता है जो पुराने समय में डिस्प्ले डिवाइस के लिए एक मात्र विकल्प था।
👉 CRT का आविष्कार Ferdinand Braun के द्वारा किया गया था।
👉 CRT एक ऐसी डिवाइस है जो इलेक्ट्रिकल सिग्नल को विडियो सिग्नल में बदल देता है। जिसके कारण हमें स्क्रीन पर चित्र दिखाई देते हैं।
👉 CRT एक डिस्प्ले है जो वीडियो सिग्नल के रूप में चित्रों को बनाती है। यह डिस्प्ले टीवी और मॉनिटर में चित्रों और वीडियो को दिखाने में मदद करती है।
👉 इस ट्यूब में एक या एक से अधिक electron guns और एक फॉस्फोर सतह (phosphor surface) होता है जो चीज़ो को स्क्रीन पर दिखाने में मदद करता है।
👉 इसमें तीन रंग (लाल, हरा और नीला) के electron guns होते है जिन्हे हम शार्ट फॉर्म में RGB कहते है।
CRT को पिक्चर ट्यूब के नाम से भी जाना जाता है जो पुराने समय में डिस्प्ले डिवाइस के लिए एक मात्र विकल्प था।
👉 CRT का आविष्कार Ferdinand Braun के द्वारा किया गया था।