बिस्तर के पहलू में पुराने से स्टूल पर रखा कागजी फूलों का गुलदस्ता, तुम्हारे बाद से खो चुकी है अपनी खुशबू..!
तुम जब थी तो सब कुछ जीवंत था... ये पेड़ ये हवा, बहती नदी, पहाड़, झरने, पत्थर, दीवारें, ये घर, ये कमरा सब कुछ जीवंत था!
तुम्हारे जाते ही हर ओर विलाप का स्वर, मेरा संसार अब मृतपायः है। ❤️
✤ Ꭻᴏɪɴ ➛ @Khamoshiya
तुम जब थी तो सब कुछ जीवंत था... ये पेड़ ये हवा, बहती नदी, पहाड़, झरने, पत्थर, दीवारें, ये घर, ये कमरा सब कुछ जीवंत था!
तुम्हारे जाते ही हर ओर विलाप का स्वर, मेरा संसार अब मृतपायः है। ❤️
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