जब एक 1 कि.ग्रा. धातु का पिंड 0.4 c चाल से गति करता है तो, इसका संवेग p है। यदि इसकी चाल दुगुनी कर दी जाए, तो धातु के पिंड गोले का संवेग हो जाएगा–
So‘rovnoma
- 2 p
- 4 p से अधिक
- 4 p
- 2 p से अधिक किन्तु 4 p से कम