"राम सीता दोउ एक बिलोकत।
त्रिभुवन में कोउ न देखा अति सोकत ll"
🌸हिंदी अनुवाद:
इस श्लोक में, राम और सीता के सौंदर्य और प्रेम का वर्णन किया गया है।
राम और सीता दोनों एक साथ खड़े थे। तीनों लोकों में कोई भी इतने सुंदर दंपत्ति को नहीं देखा था।"💗✨
☀️🙏
~Ayodhya Kanda, Shlok 344🚩
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त्रिभुवन में कोउ न देखा अति सोकत ll"
🌸हिंदी अनुवाद:
इस श्लोक में, राम और सीता के सौंदर्य और प्रेम का वर्णन किया गया है।
राम और सीता दोनों एक साथ खड़े थे। तीनों लोकों में कोई भी इतने सुंदर दंपत्ति को नहीं देखा था।"💗✨
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~Ayodhya Kanda, Shlok 344🚩
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