जज भी फैसला कागज़ों और ड्राफ्टिंग के आधार पर देते है भाई ।अगर हमलोग राज्यपाल से ना मिलते,jssc को उसी मर्जी के मुताबिक उनके सबूत दे देते, कोर्ट की और ना बढ़ते और जिन छात्रों ने हमारे भरोसे पर सुबूत दिया वो नहीं देते तो JSSC चुनाव के पहले ही DV लिस्ट निकालने को तैयार थी।।
17 तारीख की हियरिंग के लिए जिस तरह से हमलोग छुपते छुपाते पेपर रेडी करवाए है और बहस के लिए अजीत sir को तैयार किए वो हमलोग हीं जानते है।
पर यहां के छात्र अच्छी चीजों को deserve नहीं करते है।उनके अंदर बदलाव का जुनून है ही नहीं।सोचिए पूरे 3 लाख Victim है पर पिटीशनर मात्र 230 लोगों का ही पेपर आया।।ये है झारखण्ड के छात्रों की स्थिति।।कभी कभी सोचने पर मजबूर हो जाता हु कि आखिर हमलोग अपना सबकुछ नुकसान करके अपने जीवन को जोखिम में डालकर छात्रों के लिए लड़ ही क्यों रहे है।
ऊपर से हमलोग को बदनाम और टांग खींचने वालों की कमी नहीं है।।
सोचने को मजबूर हु
कुणाल प्रताप सिंह✍️
17 तारीख की हियरिंग के लिए जिस तरह से हमलोग छुपते छुपाते पेपर रेडी करवाए है और बहस के लिए अजीत sir को तैयार किए वो हमलोग हीं जानते है।
पर यहां के छात्र अच्छी चीजों को deserve नहीं करते है।उनके अंदर बदलाव का जुनून है ही नहीं।सोचिए पूरे 3 लाख Victim है पर पिटीशनर मात्र 230 लोगों का ही पेपर आया।।ये है झारखण्ड के छात्रों की स्थिति।।कभी कभी सोचने पर मजबूर हो जाता हु कि आखिर हमलोग अपना सबकुछ नुकसान करके अपने जीवन को जोखिम में डालकर छात्रों के लिए लड़ ही क्यों रहे है।
ऊपर से हमलोग को बदनाम और टांग खींचने वालों की कमी नहीं है।।
सोचने को मजबूर हु
कुणाल प्रताप सिंह✍️