•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
चलो मजबूरी ही सही तुम्हारी ,
तुम्हारे इसी सुकून के लिए हम रोज तोड़ लाते है,,
तुम्हारा गुस्सा होना मेरी इस आदत पर,
और फिर गुस्से में बटन लगाना सुकून तो दोनों तरफ है।।😁
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️
चलो मजबूरी ही सही तुम्हारी ,
तुम्हारे इसी सुकून के लिए हम रोज तोड़ लाते है,,
तुम्हारा गुस्सा होना मेरी इस आदत पर,
और फिर गुस्से में बटन लगाना सुकून तो दोनों तरफ है।।😁
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