बेनाम शायर💌✍️


Kanal geosi va tili: Hindiston, Hindcha
Toifa: ko‘rsatilmagan


मेरे पोस्ट्स📩 एक नशे की तरह है
एक बार आदत पड़ गई
तो बिना पढ़े 📖 रह पाना मुश्किल होगा
इशारो इशारो में अपनी बातें रखने का दम रखता हूँ
मैं शायर📝 तो नही हूँ जनाब
मगर सीधा दिल💖 मे कदम रखता हूँ
Interact @Nameless_Poet_bot
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एक दिन मेरे शब्द आएँगे तुम्हारे पास अपने हिस्से के अर्थ समझने, उस दिन तुम इंकार मत करना और पिरो देना उनको किसी कविता में ताकि मेरे भावों को उनके सही अर्थ मिल जाएँ ।

पड़ोसन की कलम से ✍🏻

@kataizaharila


आदत है! लत है! या फिर खुमारी है,,
रोज़ एक बार तेरी तस्वीर देखने की बीमारी है.!!💔😥

@kataizaharila


सुनो!!

मैंने एक सफेद कागज सी
यकीन की नाव पर,

लिख कर एक नज़्म,
तुम्हें समंदर से गहरा
इश्क भेजा है....

तुम बहकर इश्क में
मेरी नाव डूबने से बचाना..!!❤️

@kataizaharila


आलिंगनों के कारखानों में-
चुंबनों के ताप में
ढाले गए
इस शरीर को
सूर्य नहीं
बस
कविता पिघला सकती है।।

#smile_please
@muskurate_raho
@kataizaharila


चेहरे की मुस्कान से जरुरी
धड़कन के एहसास से करीबी

जिंदगी की आखिरी श्वांस से कीमती
हृदय के सबसे सुंदर भाव से जुड़ी

मन मे समाए पवित्र भक्ति सी
मेरी प्रार्थना मे शामिल शक्ति सी
हाँ तुम ही

"गर किसी के लिए ऐसा लगे तो तुम्हे प्रेम है
वरना तो बस टाइम पास का खेल है"

@kataizaharila


मृत इच्छाओं को जीवित कैसे करते हैं? मृत देह को जला देते हैं। मृत इच्छायें जलायी जा सकेंगी? ये सड़ रही हैं मन के भीतर। सोचता हूँ, एक गठ्ठर में बांध के समंदर में फेंक दूँ। कभी खुद को फेंकने गया था, नहीं कर सका था।
इच्छायें मृत हैं। मैं इस काबिल नहीं था कि उन्हे पूरा कर सकता। आज मैं कर सकता हूँ, आज इच्छायें मन की नदी में उतरायी हुई हैं।
इच्छाओं के मर जाने से लोग मर जाते हैं। मैं जीवित हूँ। शायद उम्मीदें जीवित हैं अभी। वह भी मरेंगी। मैं मरूंगा। मुझे कौन जलायेगा? जल सकूंगा मैं आंसूओं का भार लेकर?
ओह! कितना कुछ है जो प्रश्न ही रह जायेगा! ❤️

@kataizaharila


अंजाम-ए-मोहब्बत चाहे जो भी हो

तुझसे एक मुलाक़ात की तमन्ना रखते है🍃

@kataizaharila


जिसे दूर जाना है जाने दिया करो,
रिश्तों में प्यार अच्छा लगता है मजबूरी नहीं !
🌸💯

@kataizaharila


तुम्हें याद रखने का
मेरा अंदाज थोड़ा निराला है,

मैंने तुम्हें तस्वीरों में नहीं,
शब्दों में सम्भाला है।

कभी लिख दी
दो लाइन की शायरी, तुम पर...

तो कभी तुम्हारी यादों में
पूरा खाली पन्ना ही भर डाला है
😶


@kataizaharila


सुनो मैं नही छुऊंगा तुम्हारा पीठ....

मैं तुम्हारी परछाइयों पर लिखूँगा अपने होंठों की माप..!!!!! ❤️🫰

@kataizaharila


तुम मेरा वो पल हो
जिसका इंतज़ार मुझे हर पल है

@kataizaharila


संबंध अगर हृदय से हो

तो मन कभी नहीं भरता..!!❤️

@kataizaharila


किसी ने मुझसे पूछा “कैसी है अब जिंदगी”….
मैने मुस्कुरा कर जवाब दिया… “वो खुश है ....♥️🌻

@kataizaharila


मैं चाहता हूं तुम मेरे शब्दो में छुपे स्वयं के प्रति प्रेम को अनुभव करो,
मैं लिखता हूं तुम्हारे लिए और मेरे हर शब्द में मात्र तुम्हारा ही ज़िक्र होता है,
तुम हो तो मेरी लेखनी प्रेम पर है जो तुम न रही तो विरह वेदना लिखूंगा!
परन्तु हर शब्द में तुम ही रहोगी....!❣️

@kataizaharila


ए सुनो !!
!! तुम्हारी याद आती है... तुम्हे गले लगाना चाहते हैं... तुम्हें जी भर कर देखना चाहते हैं... तुम्हें पाकर तुम्हारा होना चाहते हैं...तुम्हारे साथ हम जीना चाहते हैं...
!! पर अब तुम मिल नही सकती 'इसलिए तुम्हारे बिन 'म'र जाना चाहते हैं !!

@kataizaharila


उंगलियां सांस लेना चाहती हैं ,

आ कर थाम लो ना हाथ मेरा...❤️

✒️✍️
@kataizaharila


सुनों तुम नवंबर की ठंड जैसे हो

धीरे धीरे अच्छे लगने लगी हो

@kataizaharila


उससे मिलना भी हादसा था
उससे बिछड़ना भी हादसा है
हम हादसों के खेल में बस
टूटकर के रह गये हैं।

@kataizaharila


खूबसूरत ख़्याल लिखता हूँ,
फिर तेरा हाल चाल लिखता हूँ...
सब अगर सच ही कह दिया तो,
फिर, सब कहेंगे बवाल लिखता हूँ...
तंज़ लिखता नहीं किसी पे मैं,
सिर्फ़ अपना मलाल लिखता हूँ
लोग तारीफ़ झूठ करते हैं,
या मैं सचमुच कमाल लिखता हूँ
❤️
@kataizaharila


वो: सिगरेट की आदत कैसी लग गई

मैं:
छोड़ कर जाने का दस्तूर नहीं होता
कोई भी ज़ख़्म हो नासूर नहीं होता
मेरे भी होंठ पर सिगरेट न आयी होती
गर माँग में तेरे सिंदूर किसी और का न होता

@kataizaharila

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