एक दिन मेरे शब्द आएँगे तुम्हारे पास अपने हिस्से के अर्थ समझने, उस दिन तुम इंकार मत करना और पिरो देना उनको किसी कविता में ताकि मेरे भावों को उनके सही अर्थ मिल जाएँ ।
पड़ोसन की कलम से ✍🏻
@kataizaharila
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