🌿 एवं च भाषते लोकश्चन्दनं किल शीतलम्।
पुत्रगात्रस्य संस्पर्शश्चन्दनादतिरिच्यते॥
🌞 चन्दनं किल शीतलं चैवं लोको भाषते ब्रूते। परं पुत्रगात्रस्य पुत्रशरीरस्य संस्पर्शश्चन्दनादतिरिच्यते विशिष्यते।
🌷 चन्दन ठंडा होता है ऐसा लोग कहते हैं। (पर) बेटे के शरीर की छूअन चन्दन से बढ़कर होती है।
🌹Sandalwood is indeed cool, thus people speak. (However), the feel of a son's body overshadows the sandalwood.
📍पञ्चतन्त्रम् । ५।२०॥ #Subhashitam
पुत्रगात्रस्य संस्पर्शश्चन्दनादतिरिच्यते॥
🌞 चन्दनं किल शीतलं चैवं लोको भाषते ब्रूते। परं पुत्रगात्रस्य पुत्रशरीरस्य संस्पर्शश्चन्दनादतिरिच्यते विशिष्यते।
🌷 चन्दन ठंडा होता है ऐसा लोग कहते हैं। (पर) बेटे के शरीर की छूअन चन्दन से बढ़कर होती है।
🌹Sandalwood is indeed cool, thus people speak. (However), the feel of a son's body overshadows the sandalwood.
📍पञ्चतन्त्रम् । ५।२०॥ #Subhashitam