ब्रह्मचर्य


Kanal geosi va tili: Hindiston, Hindcha


ब्रह्मचर्य ही जीवन है 🙏🏻
समूह का लिंक 👇👇
@brahmacharya1
🚩🚩🚩🚩🚩🚩
#ब्रह्मचर्य
#आयुर्वेद
#योग
#मोटिवेशन
#वेद
#अध्यात्म
#सनातन
#ध्यान
#साधना_उपासना
#ज्ञान
#धर्म

Связанные каналы  |  Похожие каналы

Kanal geosi va tili
Hindiston, Hindcha
Statistika
Postlar filtri


ब्रह्मचर्य का पालन करने से आपका दिमाग और शरीर स्वस्थ और मजबूत रहते हैं। आज के समय में लोगों में कई प्रकार के मानसिक रोग देखने को मिलते हैं, शारीरिक रोग देखने को मिलते हैं दिमाग से वह सूक्ष्म चिंतन नहीं कर पाते हैं। और शरीर से इतने सामर्थ्य वाले नहीं होते हैं कि किसी का भी ठीक से सामना कर पाए। यह समस्या उनके साथ है जो ब्रह्मचर्य का नाश करते हैं।

ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला व्यक्ति दिमाग से तो मजबूत होता ही है शरीर से भी मजबूत होता है उसके मन से डर और भय निकल जाता है चाहे सामने कोई असुर हो यानी कि मांस खाने वाला या कोई भी हो वह उन सब से ना तो डरता है ना ही घबराता है बल्कि उन्हें धोबी पछाड़ मारने का पूरा सामर्थ्य रखता है।


इसीलिए आपको दृढ़ता से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए ताकि आप संपूर्ण रूप से मजबूत बन सके।

590 0 10 3 50





प्राचीन वैदिक सैद्धांतिक ज्ञान📚 dan repost
Video oldindan ko‘rish uchun mavjud emas
Telegram'da ko‘rish
यह नववर्ष हमें स्वीकार नहीं
- राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर


ब्रह्मचर्य से ही ब्रह्मस्वरूप के दर्शन होते हैं। हे प्रभो! निष्कामता ही प्रदान कर दास को कृतार्थ करें।
- मुनिवर भारद्वाज


सभी को सादर नमस्ते जी 🙏🏻

🏵️ हमने आप सभी के ज्ञानवर्धन के लिए अलग - अलग विषयों पर चैनल बनाएं हैं जहां पर आपको बहुत ही उत्तम जानकारियां मिलती हैं 🌼
आप लोग सभी चैनल से जुड़े और मित्रों को भी जोड़ें 🚩

⏩ ब्रह्मचर्य - @Brahmacharyalife

⏩ अध्यात्मिक - @vaidic_gyan

⏩ सत्यार्थ प्रकाश - @satyarth_prakash_prachar

⏩ स्वदेशी - @swadeshiandolanrajivdixit

⏩ भजन - @vaidic_bhajan

⏩ व्हाट्सएप चैनल - https://whatsapp.com/channel/0029Vai2I9l4inoxzf17142f




ब्रह्मचारी को सब कुछ सम्भव है। उत्साह से ही सब कार्य सिद्ध होते हैं। वे ही पुरुष रत्न हैं, जो अपने व्रत का सदा पालन करते हैं।
- महावीर हनुमान




श्री सुश्रुताचार्य जी ने इस गार्हस्थ्य ब्रह्मचर्य की प्रशंसा करते हुए कहा हैः

आयुष्मन्तो मन्दजरा वपुर्वर्णबलान्विताः।
स्थिरोपचितमांसाश्च भवन्ति स्त्रीषु संयताः।।


स्त्री प्रसंग में संयमी पुरुष आयुष्मान व देर से वृद्ध होने वाले होते हैं। उनका शरीर शोभायमान, वर्ण और बल से युक्त तथा स्थिर व मजबूत मांसपेशियों वाला होता है।








मनुस्मृति में व्यभिचारी स्त्री और पुरुष के लिए मृत्युदण्ड का विधान:-

भर्त्तारं लङ्घयेद्या स्त्री स्वज्ञातिगुणदर्पिता।
तां श्वभिः खादयेद्राजा संस्थाने बहुसंस्थिते।। -(मनुस्मृति)

अर्थ:- जो स्त्री अपनी जाति गुण के घमण्ड से पति को छोड़ व्यभिचार करे उसको बहुत-बहुत स्त्री पुरुषों के सामने जीती हुई कुत्तों से राजा कटवा कर मरवा डाले।

पुमांसं दाहयेत्पापं शयने तप्त आयसे। अभ्यादध्युश्च काष्ठाग्नि तत्र दह्येत पापकृत्।।


अर्थ:- उसी प्रकार अपनी स्त्री को छोड़कर(जो) परस्त्री वा वेश्यागमन करे, उस पापी को लोहे के पलङ्ग को अग्नि से तपा के लाल कर उस पर सुला के जीते को बहुत पुरुषों के सम्मुख भस्म कर देवे।

(सत्यार्थप्रकाश षष्ठसमुल्लास)




ब्रह्मचर्य जीवन का वह आधार है, जो हमें मानसिक शांति, आत्मविश्वास और सफलता की ओर अग्रसर करता है।




गार्हस्थ्य ब्रह्मचर्यः

श्री मनु महाराज ने गृहस्थाश्रम में ब्रह्मचर्य की व्याख्या इस प्रकार की हैः

ऋतुः स्वाभाविकः स्त्रीणां रात्रयः षोडश स्मृताः।
चतुर्भिरितरैः सार्द्धं अहोभिः सद्धिगर्हिते।।


अपनी धर्मपत्नी के साथ केवल ऋतुकाल में समागम करना, इसे गार्हस्थ्य ब्रह्मचर्य् कहते हैं।

रजोदर्शन के प्रथम दिन से सोलहवें दिन तक ऋतुकाल माना जाता है। इसमें मासिक धर्म की चार रात्रियाँ तथा ग्यारहवीं व तेरहवीं रात्रि निषिद्ध है। शेष दस रात्रियों में से दो सुयोग्य रात्रियों में स्वस्त्री-गमन करने वाला व्यक्ति गृहस्थ ब्रह्मचारी है।





20 ta oxirgi post ko‘rsatilgan.